लिवर सिरोसिस एक गंभीर बीमारी है जिसमें लिवर के टिशू खराब हो जाते हैं और उनमें दाग पड़ जाते हैं। इससे लिवर ठीक से काम करना बंद कर देता है। आइए डॉ समीर से जानते हैं इसका कारण और बचाव।
लिवर सिरोसिस के मुख्य कारण
ज्यादा शराब पीना, वायरल हेपेटाइटिस, फैटी लिवर और लंबे समय तक दवाओं का सेवन इस बीमारी के प्रमुख कारण हैं। ये धीरे-धीरे लिवर को नुकसान पहुंचाते हैं।
अल्कोहल और लिवर सिरोसिस
लंबे समय तक ज्यादा मात्रा में अल्कोहल पीने से लिवर पर बुरा असर पड़ता है। इससे सेल्स नष्ट होती हैं और लिवर सिकुड़ने लगता है, जिससे सिरोसिस हो सकता है।
वायरल हेपेटाइटिस का खतरा
हेपेटाइटिस बी और सी वायरस लिवर को संक्रमित करते हैं। अगर समय पर इलाज न हो, तो ये वायरस लिवर में स्थायी क्षति कर सकते हैं, जिससे सिरोसिस हो सकता है।
मोटापा और फैटी लिवर
ज्यादा वजन और अस्वस्थ जीवनशैली फैटी लिवर की वजह बनते हैं। फैटी लिवर धीरे-धीरे सूजन और फिर सिरोसिस में बदल सकता है, अगर इसे नजरअंदाज किया जाए।
लक्षण क्या होते हैं?
थकान, पेट में सूजन, त्वचा पर खुजली, आंखों का पीलापन, वजन घटना और उल्टी जैसे लक्षण लिवर सिरोसिस के संकेत हो सकते हैं। इन्हें नजरअंदाज न करें।
समय पर जांच जरूरी है
लिवर की नियमित जांच, ब्लड टेस्ट और अल्ट्रासाउंड से बीमारी का पता जल्दी लग सकता है। शुरुआती चरण में पहचान होने पर इलाज आसान और असरदार होता है।
कैसे करें बचाव?
अल्कोहल से दूरी बनाएं, हेल्दी डाइट लें, वजन कंट्रोल में रखें, वैक्सीनेशन कराएं और बिना डॉक्टर की सलाह के दवाएं न लें। इन उपायों से लिवर को स्वस्थ रखा जा सकता है।
रोजाना एक्सरसाइज करें, पर्याप्त नींद लें और तनाव कम करें। यह सब न सिर्फ लिवर बल्कि पूरे शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है। लिवर की देखभाल जरूरी है। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com