क्या आपकी भूख पहले जैसी है लेकिन फिर भी वजन कम हो रहा है? अगर ऐसा है तो यह सामान्य नहीं है। इसे हल्के में न लें, यह किसी अंदरूनी बीमारी का संकेत हो सकता है। आइए इसके बारे में अधिक जानें।
थायरॉइड की भूमिका
PubMed पर छपी एक स्टडी बताती है कि जब थायरॉइड ज्यादा एक्टिव हो जाता है, तो शरीर का मेटाबोलिज्म तेज होता है, जिससे वजन तेजी से कम होने लगता है।
हाइपरथायरॉइडिज्म के लक्षण
तेज दिल की धड़कन, घबराहट, ज्यादा पसीना आना, नींद न आना और बार-बार भूख लगना, ये सब लक्षण इस बीमारी से जुड़े हो सकते हैं।
आंत की बीमारी
कुछ बार अचानक वजन कम होने के पीछे आंत की बीमारिया जैसे सीलिएक डिजीज या क्रोहन डिजीज भी जिम्मेदार होती हैं। इनमें खाना सही से पचता नहीं और शरीर को जरूरी पोषण नहीं मिल पाता।
सीलिएक डिजीज क्या होती है?
यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है जिसमें ग्लूटेन खाने से आंत में सूजन हो जाती है। इसका असर यह होता है कि शरीर पोषण को अच्छे से सोख नहीं पाता और वजन घटने लगता है।
इंफेक्शन या टीबी जैसी बीमारी
भारत में टीबी भी अचानक वजन कम होने का एक बड़ा कारण हो सकता है। खासकर जब इसके साथ बुखार, रात को पसीना और थकान जैसे लक्षण दिखें।
मानसिक स्वास्थ्य का भी असर
डिप्रेशन, चिंता या स्ट्रेस की वजह से भी कई बार भूख कम हो जाती है और धीरे-धीरे वजन घटता है। इसलिए मानसिक स्वास्थ्य को नजरअंदाज न करें।
कब डॉक्टर से मिलें?
अगर बिना डाइटिंग किए वजन कम हो रहा है, लगातार कमजोरी लग रही है, या पाचन में दिक्कत हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। ब्लड टेस्ट और थायरॉइड प्रोफाइल कराना जरूरी है।
थायरॉइड या आंत की बीमारी का इलाज संभव है। जितनी जल्दी जांच होगी, उतना बेहतर इलाज मिलेगा। इसलिए लक्षणों को नजरअंदाज न करें। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com