कभी-कभी पेट फूलना आम बात है। लेकिन अगर यह रोज हो रहा है, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यह शरीर का संकेत हो सकता है कि कुछ ठीक नहीं है। आइए PubMed की रिपोर्ट से जानें कहीं यह आतों की बीमारी का संकेत तो नहीं।
पेट फूलना क्या होता है?
जब पेट भारी लगे, गैस ज्यादा बने या पेट बाहर निकला हुआ महसूस हो, इसे पेट फूलना कहते हैं। कई बार यह खाने के बाद तुरंत महसूस होता है।
हर दिन पेट फूले तो क्या मतलब है?
अगर रोजाना पेट फूले और आराम न मिले, तो यह पाचन या आंतों से जुड़ी किसी गहरी समस्या का संकेत हो सकता है, जैसे कि इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) या फूड इंटॉलरेंस।
गैस बनना क्यों बढ़ता है?
खराब खानपान, जल्दी-जल्दी खाना, बहुत तला-भुना या मीठा खाना पेट में गैस को बढ़ाता है। कुछ लोगों को दूध या ग्लूटन से भी समस्या हो सकती है।
क्या यह IBS की निशानी हो सकती है?
IBS यानी इरिटेबल बाउल सिंड्रोम में पेट दर्द, बार-बार गैस बनना, कब् या दस्त जैसे लक्षण आम होते हैं। यह आंतों की एक क्रॉनिक बीमारी है जो पेट फूलने की वजह बन सकती है।
और कौन से लक्षण खतरनाक हैं?
अगर पेट फूलने के साथ पेट में तेज दर्द, वजन कम होना, खून आना, या भूख में कमी हो, तो तुरंत डॉक्टर से जांच करानी चाहिए।
घरेलू उपाय
हल्का भोजन करें, धीरे-धीरे खाएं और फाइबर युक्त चीजें खाएं। चाय, पानी और थोड़ी देर टहलने से राहत मिल सकती है। लेकिन लंबे समय तक लक्षण बने रहें तो इलाज जरूरी है।
कब कराएं डॉक्टर से जांच?
अगर समस्या लगातार बनी रहे और दिनचर्या पर असर डाले, तो डॉक्टर से पेट की जांच, स्टूल टेस्ट या एंडोस्कोपी करानी पड़ सकती है।
पेट फूलना कभी-कभी सामान्य है, लेकिन बार-बार होने पर यह आंतों की बीमारी का संकेत हो सकता है। समय रहते जांच और इलाज से राहत मिल सकती है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com