लिवर में जब अनावश्यक फैट जमा हो जाता है, तो इसे फैटी लिवर कहा जाता है। यह स्थिति लिवर को नुकसान पहुंचा सकती है और समय पर इलाज न होने पर लिवर सिरोसिस या कैंसर का कारण बन सकती है। लेकिन क्या आपको पता है कि फैटी लिवर का खतरा किन लोगों को ज्यादा होता है? आइए डॉ. आदेश के. गड़पायले से जानते हैं इस बारे में।
अल्कोहल पीने वालों को ज्यादा खतरा
जो लोग अधिक मात्रा में अल्कोहल का सेवन करते हैं, उन्हें फैटी लिवर होने की संभावना सबसे अधिक होती है। अल्कोहल सीधे लिवर को नुकसान पहुंचाती है और लिवर की कोशिकाओं में फैट जमा करने लगती है।
जंक फूड्स
अगर आप फास्ट फूड्स, जंक फूड्स और वसा युक्त आहार का अधिक सेवन करते हैं, तो बिना शराब पीए भी आपको फैटी लिवर हो सकता है। अस्वस्थ खानपान इसका एक बड़ा कारण है।
डायबिटीज के मरीज रहें सतर्क
टाइप 2 डायबिटीज में इंसुलिन की कमी के कारण फैटी लिवर का खतरा बढ़ जाता है। इंसुलिन की अनुपस्थिति में लिवर में फैट तेजी से जमा होने लगता है जो खतरनाक हो सकता है।
मोटापा बन सकता है बड़ा कारण
अधिक वजन और मोटापा भी फैटी लिवर का प्रमुख कारण है। मोटे लोगों के शरीर में अतिरिक्त फैट लिवर में भी जमा होने लगता है और यह स्थिति समय के साथ गंभीर हो सकती है।
हाई कोलेस्ट्रॉल से बढ़ता है रिस्क
वसायुक्त चीजें खाने से कोलेस्ट्रॉल और ट्राईग्लिसराइड्स बढ़ जाते हैं। इससे लिवर में फैट का जमाव ज्यादा होता है। धीरे-धीरे लिवर की कोशिकाएं खराब होने लगती हैं, जिससे फैटी लिवर हो सकता है।
फैटी लिवर के लक्षण
शुरुआत में फैटी लिवर के लक्षण नहीं दिखते, लेकिन थकान, पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द और अपच जैसे लक्षण धीरे-धीरे सामने आते हैं। समय रहते इन्हें पहचानना जरूरी होता है।
बचाव के उपाय क्या हैं?
स्वस्थ खानपान अपनाएं, नियमित व्यायाम करें, वजन नियंत्रित रखें और शराब से बचें। समय-समय पर लिवर की जांच कराएं ताकि कोई गंभीर स्थिति बनने से पहले ही इलाज किया जा सके।
लिवर शरीर का एक अहम अंग है। हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाकर फैटी लिवर से बचा जा सकता है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com