डेंगू में इस कारण तेजी से घट सकता है प्लेटलेट का काउंट

By Lakshita Negi
24 Jun 2025, 20:00 IST

डेंगू वायरस से खून की प्लेटलेट्स पर असर होता है। इससे शरीर की इम्यूनिटी घटने लगती है, जिससे प्लेटलेट्स तेजी से कम होने लगते हैं और ब्लीडिंग का खतरा बढ़ता है। आइए जानें किस कारण डेंगू में प्लेटलेट्स काउंट तेजी से कम हो सकता है।

प्लेटलेट्स की भूमिका

ब्लड प्लेटलेट्स खून को जमाने के काम करते हैं। ये घाव भरने में मदद करते हैं। डेंगू में इनका काउंट कम हो जाए तो यह अंदर और बाहर ब्लीडिंग का कारण बन सकते हैं।

डेंगू में प्लेटलेट्स कम होने के लक्षण

शरीर पर लाल चकत्ते, नाक या मसूड़ों से खून आना, थकान और कमजोरी जैसे लक्षण प्लेटलेट्स की कमी का संकेत हो सकते हैं। ऐसे में टाइम पर सही इलाज लेना जरूरी है।

एंटी-बायोटिक क्या है?

एंटी-बायोटिक दवा बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करती है। इसे वायरल इंफेक्शन जैसे डेंगू में असरदार नहीं माना जाता है। ऐसे में बिना डॉक्टर की सलाह के इसका सेवन खतरनाक हो सकता है।

डेंगू में एंटी-बायोटिक लेना सही या नहीं?

डेंगू एक वायरल इंफेक्शन है, इसलिए इसमें एंटी-बायोटिक्स की जरूरत नहीं होती है। डॉ समीर न बताया, अगर डॉक्टर की सलाह के बगैर इसको खाया जाए, तो इससे दिक्कत और बढ़ सकती है। 

गलत दवाओं से घटती हैं प्लेटलेट्स?

कुछ एंटी-बायोटिक्स बोन मैरो पर असर करते हैं, इससे नई प्लेटलेट्स बनना स्लो हो जाता है। इससे डेंगू के पेशेंट्स में प्लेटलेट्स और तेजी से कम हो सकते हैं।

सही इलाज क्या है?

डेंगू का इलाज आराम, सही डाइट और डॉक्टर की सलाह से होता है। बिना जरूरत दवा लेना प्लेटलेट्स के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।

डेंगू में खुद से एंटी-बायोटिक्स या अन्य दवाओं को लेना खतरनाक हो सकता है। इसलिए हमेशा डॉक्टर की सलाह लें। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com