शरीर के जोड़ दो हड्डियों को जोड़ते हैं। ये हेल्दी हों, तो मूवमेंट आसान रहता है। लेकिन दर्द, सूजन, अकड़न – ये संकेत हैं कि कुछ गलत है। आइए एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से जानते हैं जोडो़ं में दर्द के कारण के बारे में।
उम्र के साथ दर्द क्यों बढ़ता है?
40 की उम्र के बाद जोड़ों में दर्द आम हो जाता है। हड्डियों की ताकत कम होती है और जोड़ों का नैचुरल ग्रीस भी घटने लगता है।
लंबे समय तक बैठना भी कारण
एक ही जगह लंबे समय तक बैठना या एक ही पोजिशन में रहना, जोड़ों के दर्द को बढ़ा सकता है। शरीर को मूवमेंट की जरूरत होती है।
रुमेटाइड अर्थराइटिस
रुमेटाइड अर्थराइटिस में शरीर का इम्यून सिस्टम खुद ही जोड़ों पर अटैक करता है। इससे जोड़ों में सूजन, दर्द और अकड़न होती है।
ऑस्टियोआर्थराइटिस
ऑस्टियोआर्थराइटिस में हड्डियों के सिरों के बीच की ग्रीस खत्म हो जाती है। इससे घुटने, कूल्हे, पीठ, गर्दन में दर्द बढ़ जाता है।
मानसिक तनाव भी है कारण
मानसिक तनाव या डिप्रेशन से शरीर में दर्द महसूस हो सकता है। जोड़ों में दर्द भी इसका संकेत हो सकता है। मेडिटेशन और डीप ब्रीदिंग करें।
इंफेक्शन और पोषण की कमी
टीबी, बैक्टीरियल इन्फेक्शन और चिकनगुनिया जैसी बीमारियां भी जोड़ों में दर्द ला सकती हैं। साथ ही विटामिन D और कैल्शियम की कमी भी कारण बनती है।
बढ़ता वजन भी है कारण
शरीर का ज्यादा वजन जोड़ों पर दबाव डालता है, जिससे दर्द बढ़ता है। वजन कंट्रोल में रखें और एक्सरसाइज को दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।
जोड़ों में लगातार दर्द, सूजन, या अकड़न हो, तो डॉक्टर से सलाह लें। सही कारण का पता लगाना जरूरी है ताकि इलाज समय पर शुरू हो सके। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com