रिसर्च के मुताबिक, मच्छर कुछ खास ब्लड ग्रुप की ओर ज्यादा आकर्षित होते हैं। इसका कारण ब्लड में मौजूद प्रोटीन और सुगंध होती है, जो मच्छरों को इंसानों तक खींचती है। तो आइए जानते हैं कि किस ब्लड ग्रुप वालों को मलेरिया के मच्छर (ऐनाफिलीज मच्छर) ज्यादा काटते हैं और इसके पीछे कौन-कौन सी वजहें हैं।
O ब्लड ग्रुप सबसे ज्यादा रिस्क में
कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के शोधकर्ताओं के अनुसार, जिन लोगों का ब्लड ग्रुप ‘O’ होता है, उन्हें मच्छर ज्यादा काटते हैं।
क्या है वजह?
ऐसा माना जाता है कि O ब्लड ग्रुप वाले लोगों की त्वचा से निकलने वाली गंध मच्छरों को अधिक पसंद आती है। हालांकि, मच्छरों को आकर्षित करने में शरीर की गर्मी, पसीना और सांस से निकलने वाला कार्बन डाइऑक्साइड भी भूमिका निभाते हैं।
A ब्लड ग्रुप वालों को राहत
A ब्लड ग्रुप वालों को मच्छर तुलनात्मक रूप से कम काटते हैं। उनके शरीर से वह गंध या रसायन कम निकलते हैं, जो मच्छरों को अपनी ओर खींचते हैं, इसलिए उनका रिस्क थोड़ा कम होता है।
B ब्लड ग्रुप
B ब्लड ग्रुप वाले लोगों को भी मच्छर काटते हैं, लेकिन O ब्लड ग्रुप वालों की तुलना में थोड़ा कम। B ग्रुप वालों को मच्छरों से बचने के लिए सतर्क रहना चाहिए, खासतौर पर मलेरिया सीजन में।
मलेरिया का सबसे बड़ा कारण क्या है?
मलेरिया मच्छरों के जरिए फैलने वाला रोग है, जो 'प्लाज्मोडियम' नामक परजीवी से होता है। संक्रमित मच्छर के काटने से यह परजीवी खून में प्रवेश करता है और शरीर में तेजी से फैलता है।
शरीर की गंध भी बनती है वजह
शरीर से निकलने वाली प्राकृतिक गंध भी मच्छरों को आकर्षित करती है। ज्यादा पसीना, गर्मी और शरीर के तापमान में बदलाव से मच्छरों का ध्यान अधिक खिंचता है, जिससे काटने का खतरा बढ़ता है।
मच्छरों से बचने के उपाय
पूरी बाजू के कपड़े पहनें, मच्छरदानी का प्रयोग करें और घर के आसपास पानी इकट्ठा न होने दें। नीम का तेल या मच्छर भगाने वाली क्रीम का इस्तेमाल भी काफी कारगर रहता है।
O ब्लड ग्रुप वालों को मच्छर ज्यादा काटते हैं, लेकिन सभी ब्लड ग्रुप वालों को सतर्क रहना चाहिए। हेल्थ से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com