पसीना आना एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन जब बिना वजह और बार-बार पसीना आने लगे, तो यह किसी अंदरूनी समस्या का संकेत भी हो सकता है। आइए PubMed की रिपोर्ट से जानें बार-बार पसीना आना किस बीमारी का संकेत है।
पसीना क्यों आता है?
पसीना शरीर का तापमान कंट्रोल करने का तरीका है। गर्मी, मेहनत या टेंशन में पसीना आना आम है, लेकिन जरूरत से ज्यादा पसीना आना सामान्य नहीं होता।
Hyperhidrosis क्या होता है?
जब बिना गर्मी या मेहनत के भी बार-बार पसीना आता है, तो इसे मेडिकल भाषा में Hyperhidrosis कहा जाता है। यह एक गंभीर स्थिति हो सकती है।
थायरॉइड का असर
अगर थायरॉइड हार्मोन ज्यादा बन रहा है (Hyperthyroidism), तो शरीर का मेटाबॉलिज्म तेज हो जाता है जिससे ज्यादा पसीना आता है।
डायबिटीज और पसीना
कुछ डायबिटिक मरीजों में ब्लड शुगर गिरने पर अचानक बहुत पसीना आता है। यह शरीर का अलार्म सिस्टम होता है कि शुगर बहुत कम हो रही है।
इंफेक्शन और बुखार
कुछ वायरल या बैक्टीरियल इंफेक्शन जैसे टीबी, मलेरिया या डेंगू में रात को अत्यधिक पसीना आता है। यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्रिया का हिस्सा हो सकता है।
हार्मोनल असंतुलन
महिलाओं में मेनोपॉज या पीरियड्स के समय हार्मोन बदलते हैं, जिससे बार-बार पसीना और गर्मी महसूस हो सकती है।
चिंता और पसीना
अगर आप अक्सर टेंशन या एंग्जायटी में रहते हैं, तो यह भी बार-बार पसीना आने की बड़ी वजह हो सकती है, खासकर हथेलियों, पैरों और चेहरे पर।
अगर पसीना अचानक बढ़ गया हो, शरीर में कमजोरी, वजन घटना, या बार-बार बुखार के साथ आ रहा हो, तो डॉक्टर से मिलना जरूरी है। यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com