जिंदगी में हम सभी को कभी न कभी गुस्सा जरूर आता है। इस दौरान दिमाग की सोचने की क्षमता कम हो जाती है। गुस्से के कारण शरीर में हार्मोन्स का स्राव होता है, जो शरीर का तापमान और ब्लड सर्कुलेशन बढ़ा देता है।
ब्लड सर्कुलेशन बढ़ना
ब्लड सर्कुलेशन बढ़ने से दिमाग की निर्णय क्षमता प्रभावित होती है, जिससे कई बार हम गुस्से में गलत फैसले ले सकते हैं। इसके बाद पछतावा होता है।
शांत रहना
गुस्से में लिए गए फैसले अक्सर गलत साबित हो सकते हैं, जिससे बाद में पछताना पड़ता है। इसलिए, गुस्से को नियंत्रित करना और शांत रहकर सोचना जरूरी है।
गुस्सा कंट्रोल करना
गुस्से को कंट्रोल करने के लिए गहरी सांस लेना, थोड़ी देर चुप रहना या ध्यान करना फायदेमंद हो सकता है। नियमित प्रैक्टिस से आप गुस्से के समय में भी सही फैसले लेने में सक्षम बन सकते हैं।
गहरी सांस लेना
जब गुस्सा आए, तो सबसे पहले नाक से गहरी सांस लें और धीरे-धीरे मुंह से छोड़ें। यह तरीका आपके ब्लड प्रेशर को सामान्य करने और गुस्से पर काबू पाने में मदद करता है।
चहल-कदमी
गुस्से में चहल-कदमी करने से भी आराम मिलता है। अगर सामने वाला व्यक्ति मौजूद नहीं है, तो आप टहलकर अपनी एनर्जी को सही दिशा में लगाकर गुस्से को शांत कर सकते हैं।
एक्सरसाइज करना
एक्सरसाइज करने से गुस्सा काबू करने में मदद मिल सकती है। गुस्से के दौरान शरीर में ऊर्जा का संचार होता है, जिसे हल्की एक्सरसाइज से खर्च किया जा सकता है। इससे गुस्सा शांत हो जाता है।
गिनती गिनना
गुस्से को शांत करने का एक तरीका गिनती गिनना भी है। गिनते समय आपका ध्यान बंट जाता है, जिससे गुस्सा कम हो जाता है और दिमाग शांत होता है।
सवाल-जवाब
गुस्से को काबू में करने के लिए आप खुद से सवाल-जवाब करें। उदाहरण के तौर पर, “क्या गुस्से का कोई फायदा है?” या “क्या यह मेरी समस्या का हल है?” ऐसे सवाल गुस्से को कम कर सकते हैं।
गुस्से में अपने आप से बात करने से आपको इस भावना को समझने और उसका सही समाधान खोजने में मदद मिलती है। इससे मानसिक शांति मिलेगी। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com