बहुत से ट्रांसजेंडर लोग रेगुलर हेल्थ चेकअप नहीं करवाते। इसका एक कारण डर, भेदभाव और जानकारी की कमी है। आइए PubMed की रिपोर्ट से जानें ट्रांसजेंडर लोगों के लिए रेगुलर हेल्थ चेकअप क्यों जरूरी है?
रेगुलर हेल्थ चेकअप क्या होता है?
रेगुलर चेकअप मतलब समय-समय पर डॉक्टर से मिलकर शरीर की पूरी जांच कराना। इसमें ब्लड प्रेशर, ब्लड टेस्ट, हार्मोन लेवल और स्किन, दिल, हड्डियों जैसी चीजों की जांच होती है।
ट्रांसजेंडर शरीर की जरूरतें
अगर कोई ट्रांसजेंडर व्यक्ति हार्मोन थेरेपी ले रहा है, तो उसके शरीर में बदलाव होते हैं। ऐसे में कुछ खास टेस्ट जरूरी हो जाते हैं, जैसे हार्मोन बैलेंस या बोन डेंसिटी टेस्ट।
समय रहते बीमारी का पता
रेगुलर जांच से दिल की बीमारी, हॉर्मोन से जुड़ी दिक्कतें, ऑस्टियोपोरोसिस, डायबिटीज और कुछ तरह के कैंसर समय पर पकड़ में आ सकते हैं। इलाज जल्दी शुरू होने से खतरा कम हो जाता है।
मेंटल हेल्थ भी उतनी ही जरूरी है
ट्रांसजेंडर लोगों को मानसिक तनाव, डिप्रेशन या एंग्जायटी जैसी समस्याएं ज़्यादा हो सकती हैं। रेगुलर चेकअप में डॉक्टर मेंटल हेल्थ का भी ध्यान रखते हैं।
सुरक्षित हार्मोन थेरेपी के लिए मॉनिटरिंग
अगर हार्मोन थेरेपी बिना निगरानी के चलती रहे, तो शरीर पर बुरा असर हो सकता है। रेगुलर चेकअप से यह तय होता है कि डोज सही है और कोई साइड इफेक्ट नहीं हो रहा।
भेदभाव रहित हेल्थकेयर मिलना चाहिए
कई ट्रांसजेंडर लोग डॉक्टर के पास जाने से कतराते हैं क्योंकि उन्हें डर होता है कि उनका मजाक उड़ाया जाएगा या गलत व्यवहार होगा। इसलिए ट्रांस-फ्रेंडली हेल्थकेयर की जरूरत है।
समाज को भी जानकारी होनी चाहिए
जब लोग समझेंगे कि ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को भी उतनी ही सेहत की जरूरत है, तब ही वे डॉक्टर के पास बिना डर के जा पाएंगे। जागरूकता ही पहला कदम है।
हर इंसान की तरह ट्रांसजेंडर लोगों को भी अच्छा जीवन और सेहतमंद शरीर मिलना चाहिए। रेगुलर चेकअप इसी दिशा में एक जरूरी कदम है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com