ब्रेकअप सिर्फ दिल तोड़ता नहीं, बल्कि ब्रेन और बॉडी में हार्मोनल बदलाव लाता है, जिससे सिर में दर्द या सीने में भारीपन जैसा अनुभव हो सकता है। आइए PubMed की स्टडी से जानते हैं इसके पीछे की वजह।
दिमाग में न्यूरोट्रांसमीटर की गिरावट
डोपामाइन, सेरोटोनिन और ऑक्सिटोसिन में कमी के चलते ब्रेन
स्ट्रेस हार्मोन का असर
ब्रेकअप से कोर्टिसोल और एड्रेनालाईन लेवल बढ़ जाते हैं, जिससे fight‐or‐flight मोड एक्टिवेट होता है, इससे मसल टेंशन बढ़ सकती है और सिर या सीने में टाइटनेस महसूस होती है ।
सामाजिक और भावनात्मक दर्द
दिमाग के कई एरिया, जैसे एंटीरियर सिंगुलेट कॉर्टेक्स और इंसुला फिजिकल पेन के साथ एक्टिव होते हैं, जिससे इमोशनल दर्द भी शरीर में फिजिकल दर्द के रूप में महसूस होता है ।
दिल की धड़कन का तेज होना
ब्रेकअप के तनाव से दिल की धड़कन तेज होती है और छाती में भारीपन जैसा अनुभव होता है। यह आम है, लेकिन
नींद और भूख पर असर
तनाव और हार्मोनल असंतुलन नींद को बिगाड़ देते हैं और भूख प्रभावित होती है, जिससे सिर दर्द और थकान बढ़ सकती है ।
इम्यून सिस्टम का कमजोर होना
लंबे समय तक स्ट्रेस के कारण इम्यून सिस्टम कमजोर पड़ सकता है, जिससे शरीर थका हुआ महसूस करता है और गम बढ़ सकता है ।
पुरुषों और महिलाओं में अंतर
महिलाओं में “broken heart syndrome” ज्यादा देखा गया है, लेकिन पुरुषों में भी यह संभव है, खासकर जब शारीरिक दर्द के लक्षण तेज महसूस होते हैं ।
गहरी सांस, आराम, सोचना-समझना, सोशल सपोर्ट, एक्टिविटी और अगर जरूरत हो तो प्रोफेशनल मदद, इनसे सिर दर्द और भारीपन में राहत मिल सकती है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com