अंडकोष (Testis) में दर्द एक आम लेकिन गंभीर समस्या हो सकती है। यह दर्द कभी-कभी हल्का होता है तो कभी तेज और असहनीय। सही समय पर इलाज न हो तो समस्या बढ़ सकती है। तो आइए डॉक्टर अरुण कुमार (यूरोलॉजिस्ट) से जानते हैं अंडकोष में दर्द के क्या-क्या कारण होते हैं।
चोट लगने से टेस्टिस में दर्द
अंडकोष बहुत सेंसेटिव होता है। हल्का दबाव या चोट भी असहनीय दर्द दे सकती है। खिलाड़ी अक्सर गार्ड पहनते हैं ताकि चोट से बच सकें। पुरानी चोट भी रह-रहकर दर्द दे सकती है।
टेस्टिकुलर कैंसर का संकेत
अगर अंडकोष में गांठ, सूजन या लगातार दर्द महसूस हो रहा है, तो यह टेस्टिकुलर कैंसर का संकेत हो सकता है। तुरंत जांच कराना जरूरी है ताकि समय रहते इलाज शुरू किया जा सके।
टॉर्शन टेस्टिस
इसमें अंडकोष अपनी जगह से घूम जाता है और ब्लड सप्लाई रुक जाती है। दर्द अचानक और तीव्र होता है। तुरंत सर्जरी जरूरी होती है वरना टेस्टिस काला पड़कर खराब हो सकता है।
एपिडीडीमिस में इंफेक्शन
एपिडीडीमिस शुक्राणु एकत्र करने वाली नलियां होती हैं। इसमें इंफेक्शन होने से अंडकोष में दर्द और जलन होती है। यह यूरिनरी या यौन संक्रमण के कारण हो सकता है। सही दवा से इलाज जरूरी है।
वैरिकोसील (नसों की समस्या)
इस स्थिति में नसें फैल जाती हैं और ब्लड रुक जाता है। इससे टेस्टिस में सूजन और दर्द होता है। चलने-फिरने में परेशानी होती है।
हर्निया- पेट की आंत का दबाव
कमजोर आंत की वजह से उसका हिस्सा अंडकोष की ओर आ सकता है। इससे वहां दबाव पड़ता है और दर्द होने लगता है। भारी सामान उठाने पर समस्या बढ़ती है। ऑपरेशन इसका हल है।
हाइड्रोसील और ऑर्काइटिस के लक्षण
हाइड्रोसील में पानी भर जाने से टेस्टिस झूल जाता है और दर्द होता है। वहीं ऑर्काइटिस में इंफेक्शन के कारण जलन होती है। यह संक्रमण से होता है और 45+ उम्र में आम है।
अंडकोष में दर्द को हल्के में न लें। कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। हेल्थ से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com