आजकल खराब जीवनशैली और खानपान की वजह से पुरुषों में इनफर्टिलिटी की समस्या तेजी से बढ़ रही है। इसमें स्पर्म काउंट में कमी एक बड़ा कारण बनकर उभरा है।
स्टडी के अनुसार
यूएस के स्टोवर्स इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल रिसर्च (Stowers Institute for Medical Research) द्वारा की गई एक स्टडी ने पुरुषों में स्पर्म काउंट कम होने के पीछे के कुछ कारण बताए हैं। तो आइए इन कारणों के बारे में जानते है।
स्पर्म काउंट क्यों होता है कम?
स्पर्म काउंट में कमी की समस्या को ओलिगोस्पर्मिया कहते हैं। यह समस्या हार्मोनल बदलाव, मोटापा, दवाइयों और टेस्टिकल में चोट या इंफेक्शन से हो सकती है।
सर्जरी या चोट का असर
रीढ़ की हड्डी की चोट, अंडकोष पर सर्जरी या इंफेक्शन से स्पर्म का सामान्य प्रवाह प्रभावित होता है। इससे पुरुषों की प्रजनन क्षमता पर नकारात्मक असर पड़ता है।
आनुवंशिक और पुरानी बीमारियां
मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हार्ट डिजीज और कैंसर जैसी बीमारियां या आनुवंशिक कारण भी स्पर्म काउंट को कम कर सकते हैं। यह समस्या लंबे समय तक बनी रह सकती है।
ज्यादा ड्राइविंग से नुकसान
लंबे समय तक बाइक, ट्रक या कार चलाने से शरीर के निचले हिस्से में हीट बढ़ती है, जो अंडकोष पर असर डालती है और स्पर्म काउंट को घटा सकती है।
नींद और दवाओं का प्रभाव
अपर्याप्त नींद और बार-बार दवाइयों का सेवन शरीर की हार्मोनल एक्टिविटी को प्रभावित करता है। इससे स्पर्म बनने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है और काउंट गिरने लगता है।
तंबाकू, अल्कोहल और तनाव
तंबाकू और अल्कोहल का सेवन स्पर्म की गुणवत्ता और संख्या दोनों पर बुरा असर डालता है। वहीं, लंबे समय तक तनाव और डिप्रेशन में रहना भी इसका कारण हो सकता है।
लो स्पर्म काउंट की समस्या से बचने के लिए हेल्दी डाइट लें, प्रोसेस्ड फूड से बचें, नींद पूरी करें और तनाव से दूर रहें। समय रहते उपाय करना जरूरी है। हेल्थ से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com