जब शरीर में अचानक तेज बुखार आता है, तो कमजोरी, सिरदर्द और बेचैनी होने लगती है। ऐसे में कुछ घरेलू उपाय बहुत राहत देते हैं। ऐसा ही एक उपाय है धनिया के बीजों से बना काढ़ा।
आयुर्वेद का पुराना नुस्खा
धनिये के बीज का काढ़ा आयुर्वेद में बुखार कम करने के लिए वर्षों से इस्तेमाल होता आ रहा है। यह एक प्राकृतिक तरीका है शरीर को राहत देने का।
धनिये में क्या खास है?
धनिये के बीज में एंटी-ऑक्सिडेंट, विटामिन C, और फाइटो-केमिकल्स होते हैं। ये इम्युनिटी बढ़ाते हैं और इंपेक्शन से लड़ने में मदद करते हैं।
कैसे करता है यह काम?
धनिये का काढ़ा पसीना लाकर शरीर का तापमान कम करता है। साथ ही, यह पाचन को ठीक कर बुखार की जड़ को भी शांत करता है।
वायरल फीवर में असरदार
वायरल बुखार में शरीर थका-थका लगता है। धनिया का काढ़ा शरीर को एनर्जी देता है और थकान भी दूर करता है।
इम्यून सिस्टम के लिए लाभकारी
धनिये के बीज में मौजूद तत्व सफेद रक्त कोशिकाओं (White Blood Cells) को एक्टिव करते हैं। इससे शरीर वायरस से बेहतर लड़ पाता है।
बनाने का आसान तरीका
एक चम्मच धनिये के बीज को दो कप पानी में उबालें। जब पानी आधा रह जाए, तो छानकर गुनगुना पी लें। चाहें तो शहद या तुलसी भी डाल सकते हैं।
कब और कितना पीना चाहिए?
तेज बुखार में दिन में दो बार पीना लाभकारी होता है। लेकिन अगर बुखार बना रहे तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
धनिये का काढ़ा एक नेचुरल उपाय है जिसमें कोई हानिकारक रसायन नहीं होता। यह न केवल बुखार कम करता है, बल्कि शरीर को अंदर से भी मजबूत बनाता है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com