अगर आप किडनी स्टोन की समस्या से परेशान हैं, तो तुलसी की चाय एक आसान और असरदार घरेलू उपाय हो सकती है। टाटा हेल्थ के मुताबिक तुलसी के पत्तों में पाए जाने वाले कुछ पोषक तत्व शरीर में यूरिक एसिड को स्थिर करते हैं, जिससे किडनी स्टोन की समस्या से राहत पाई जा सकती है।
तुलसी की चाय कैसे बनाएं?
एक कप पानी में 5-6 तुलसी की पत्तियां डालें। इसे 5–7 मिनट उबालें। चाहें तो थोड़ा शहद या नींबू डालें। छानकर गुनगुना सेवन करें, दिन में 1–2 बार पी सकते हैं।
कब और कैसे पीनी चाहिए?
तुलसी की चाय सुबह खाली पेट या दोपहर में पिएं। ध्यान रखें कि अत्यधिक मात्रा में इसका सेवन न करें। रोज 1–2 कप से ज्यादा न लें, नहीं तो नुकसान हो सकता है।
तुलसी की चाय के फायदे
तुलसी की चाय मूत्रवर्धक होती है, जिससे यूरिन की मात्रा और प्रवाह बढ़ता है। इससे किडनी स्टोन बाहर निकलने में मदद मिलती है और टॉक्सिन्स शरीर से साफ हो जाते हैं।
सूजन को करता है कम
तुलसी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो किडनी और मूत्रनली में होने वाली सूजन को कम करते हैं। यह पथरी के कारण होने वाली असहजता से राहत दिलाने में सहायक है।
दर्दनिवारक का काम करती है
तुलसी की चाय एक प्राकृतिक दर्दनिवारक की तरह काम करती है। यह पथरी के दौरान होने वाले तेज दर्द को कम करने में मदद करती है और शरीर को आराम देती है।
इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाती है
तुलसी की चाय में एंटी-ऑक्सीडेंट्स भरपूर होते हैं जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। इससे संक्रमण का खतरा कम होता है और शरीर जल्दी रिकवर करता है।
किन लोगों को सावधानी रखनी चाहिए?
गर्भवती महिलाएं, लो ब्लड प्रेशर और ब्लड थिनर दवा लेने वाले लोग तुलसी की चाय डॉक्टर की सलाह से ही लें। किसी भी हर्बल उपाय से पहले विशेषज्ञ की राय जरूरी है।
तुलसी की चाय में प्राकृतिक डिटॉक्सिफाइंग गुण होते हैं जो किडनी में जमा पथरी को धीरे-धीरे तोड़कर बाहर निकालने में मदद करते हैं और पेशाब में जलन या दर्द को भी कम करते हैं। हेल्थ से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com