सर्दी-जुकाम में नाक बंद, गले में खराश और सिर भारी लगना आम है। ऐसे में भाप लेना एक घरेलू नुस्खा माना जाता है लेकिन क्या ये सच में असर करता है? आइए PubMed की एक रिपोर्ट से जानें।
भाप लेने का पुराना तरीका
भाप लेना एक पुरानी पद्धति है, जिसमें गर्म पानी से निकलती भाप को सांस के जरिए अंदर लिया जाता है। इसका मकसद है नाक और गले की सफाई करना।
भाप लेने से क्या होता है?
भाप से वायुमार्ग नम हो जाते हैं। इससे बलगम ढीला होता है और बंद नाक खुल सकती है। इससे सांस लेना कुछ समय के लिए आसान हो जाता है।
क्या इससे सर्दी जल्दी ठीक होती है?
अब तक के शोध बताते हैं कि भाप लेने से लक्षणों में थोड़ी राहत मिल सकती है, पर इससे सर्दी की अवधि कम नहीं होती।
वैज्ञानिक क्या कहते हैं?
कुछ अध्ययनों के अनुसार, भाप से आराम मिल सकता है, लेकिन इसका असर व्यक्ति-दर-व्यक्ति अलग होता है। कुछ में फायदा दिखा है, कुछ में नहीं।
कब लेना चाहिए भाप?
अगर आपकी नाक पूरी तरह बंद है, या गले में खराश है, तो दिन में एक या दो बार भाप लेना लक्षणों को कम कर सकता है।
सावधानी जरूरी है
बहुत गर्म पानी से भाप लेने पर जलने का खतरा होता है। बच्चों को कभी अकेले भाप न लेने दें। दूरी बनाकर धीरे-धीरे भाप लें।
केवल भाप से इलाज नहीं होता
भाप सिर्फ एक सपोर्टिव तरीका है। आराम, पानी पीना, और जरूरत पर डॉक्टर की सलाह जरूरी है। इंपेक्शन खुद ही एक हफ्ते में ठीक होता है।
अगर आपको भाप से राहत मिलती है, तो आप इसे ले सकते हैं, लेकिन इसे इलाज नहीं समझें। ये सर्दी को जल्दी ठीक नहीं करता, बस लक्षण कम कर सकता है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com