मानसून में गर्भवती महिलाओं को अपने खानपान का खास ध्यान रखना चाहिए। इस मौसम में कुछ खाद्य पदार्थ जल्दी संक्रमित हो जाते हैं, जिससे मां और बच्चे दोनों की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। इसलिए सही जानकारी और सावधानी बेहद जरूरी है।
डाइटीशियन की सलाह
तो आइए डाइटीशियन गीतांजलि सिंह (M.sc Food and Nutrition) से जानते हैं कि बरसात के मौसम में प्रेग्नेंट महिलाओं को क्या नहीं खाना चाहिए?
कच्चा या अधपका मांस-अंडा न खाएं
मानसून में कच्चा या अधपका मांस, मछली या अंडा खाने से संक्रमण का खतरा बढ़ता है। इसमें मौजूद बैक्टीरिया मां और गर्भस्थ शिशु की सेहत पर बुरा असर डाल सकते हैं।
अनपेस्टराइज्ड डेयरी से करें परहेज
सॉफ्ट चीज, कच्चा दूध और अनपेस्टराइज्ड डेयरी प्रोडक्ट्स मानसून में सुरक्षित नहीं होते। इनमें लिस्टेरिया बैक्टीरिया हो सकता है, जो गर्भस्थ शिशु के विकास को नुकसान पहुंचा सकता है।
पैक्ड फ्रूट जूस और सिरका से बचें
बाजार में मिलने वाला पैक्ड जूस और एप्पल साइडर विनेगर में हाई शुगर और प्रिजर्वेटिव्स होते हैं। यह बरसात के मौसम में मां और भ्रूण दोनों के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
ज्यादा चाय-कॉफी न पिएं
बरसात में गर्म चाय या कॉफी की तलब बढ़ जाती है, लेकिन प्रेग्नेंसी में इसका अधिक सेवन बीपी और हार्टरेट बढ़ा सकता है। दिनभर में 1-2 कप से अधिक न लें।
कच्ची सब्जियां और स्प्राउट्स न खाएं
कच्ची सब्जियों और अंकुरित अनाज में मानसून के दौरान बैक्टीरिया बढ़ने की आशंका रहती है। इन्हें हमेशा अच्छे से पकाकर ही खाएं, ताकि संक्रमण का खतरा न हो।
हरी पत्तेदार सब्जियों से दूरी रखें
मानसून में ह्यूमिडिटी और गंदगी के कारण हरी पत्तेदार सब्जियों में फंगल और बैक्टीरियल ग्रोथ का खतरा रहता है। इन्हें खाने से पेट की गड़बड़ी और संक्रमण हो सकता है।
मानसून में प्रेग्नेंट महिलाओं को खानपान को लेकर सतर्क रहना चाहिए। इन सामान्य सावधानियों को अपनाकर आप खुद को और अपने बच्चे को स्वस्थ रख सकती हैं। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com