बादाम हमारी सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है। इसमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन E और मैग्नीशियम जैसे कई जरूरी पोषक तत्व होते हैं। लेकिन अक्सर लोगों के मन में सवाल आता है कि बादाम भिगोकर खाने चाहिए या कच्चे बादाम, तो आइए डायटीशियन डॉक्टर सुगीता मुटरेजा से जानते हैं इस सवाल का जवाब।
कच्चे और भीगे बादाम
बादाम को आप कच्चा भी खा सकते हैं और भीगा हुआ भी। दोनों के खाने से सेहत को फायदे होते हैं, लेकिन इन दोनों में फर्क होता है।
आयुर्वेद क्या कहता है?
आयुर्वेद के अनुसार, कच्चे बादाम गर्म होते हैं, जबकि भीगे बादाम का असर सामान्य होता है। इसलिए, पित्त की समस्या वाले लोग भीगे हुए बादाम खा सकते हैं।
भीगे बादाम अच्छे होते हैं
भीगे हुए बादाम से शरीर को ज्यादा पोषक तत्व मिलते हैं। ये कच्चे बादाम की तुलना में अच्छे से पचते हैं और एब्जॉर्ब होते हैं।
स्वाद और छिलका
भीगे बादाम का स्वाद कच्चे बादाम से अलग होता है। भीगे हुए बादाम का छिलका उतार कर खाया जाता है, जबकि कच्चे बादाम में छिलका रहता है।
बादाम का छिलका हटाकर खाएं
बादाम के छिलके में टैनिन होता है, जो पोषक तत्वों के अवशोषण को रोकता है। इसलिए, छिलका हटाकर बादाम खाना ज्यादा फायदेमंद है।
बादाम में कैलोरी की समानता
भीगे और कच्चे बादाम में कैलोरी एक जैसी होती है। फर्क सिर्फ इतना है कि भीगे हुए बादाम की कैलोरी शरीर जल्दी एब्जॉर्ब कर लेता है।
गर्मी में भीगे बादाम खाएं
गर्मी के मौसम में कच्चे बादाम खाने से शरीर में गर्मी बढ़ सकती है। इसलिए गर्मियों में हमेशा भीगे हुए बादाम खाना चाहिए।
रातभर बादाम को पानी में भिगोकर रखें और सुबह उसका छिलका उतारकर खाएं। इससे आपका शरीर सभी पोषक तत्व अच्छे से ले पाएगा और पाचन भी सही रहेगा। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com