लीची मीठा और रसदार फल है, जिसमें प्रोटीन, विटामिन A, C, E, K, फोलेट, आयरन, कैल्शियम व जिंक भरपूर होते हैं। डॉ. एस के पांडेय के अनुसार, प्रेग्नेंसी के दौरान लीची खाना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। हालांकि इसके कुछ नुकसान भी है। तो आइए जानते हैं इसके फायदे और नुकसान के बारे में।
दिल और त्वचा के लिए फायदेमंद
लीची में फ्लेवोनोइड्स, क्वेरसेटिन व कैम्पेरोल जैसे एंटी-ऑक्सिडेंट्स होते हैं। ये हृदय रोग का जोखिम कम कर, स्किन को भी हेल्दी रखते हैं। इसे खाना मां-बच्चे दोनों के लिए लाभकारी है।
मजबूत इम्यून सिस्टम
लीची विटामिन C से भरपूर है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। प्रेग्नेंसी में इन्फेक्शन का खतरा कम करने के लिए रोजाना लीची खाएं।
पाचन में सहायक
फाइबर युक्त लीची कब्ज, पेट दर्द, उल्टी व मतली जैसी प्रेग्नेंसी की पाचन समस्याओं को कम करता है। नियमित नींद से पहले 4–5 लीची खाएं।
वजन नियंत्रित रखे
लीची में मौजूद पॉलीफेनोल भूख को नियंत्रित करके लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस कराते हैं। इससे अनचाहा स्नैकिंग और वजन बढ़ने से बचाव होता है।
शरीर को हाइड्रेट रखे
लीची 80% पानी से बनी होती है। यह शरीर को हाइड्रेट रखकर थकान और सूजन कम करती है, खासकर गर्म मौसम में।
अधिक सेवन से बचें
प्रेग्नेंसी के दौरान एक दिन में अधिक लीची खाने से पेट दर्द और कब्ज की समस्या हो सकती है, इसलिए सीमित मात्रा में खाएं।
इन बातों का ध्यान रखें
गर्मियों में लीची से शरीर में हीटिंग बढ़ सकती है। इससे जलन या चिड़चिड़ापन हो सकता है, इसलिए सीमित मात्रा में खाएं। इसके अलावा कुछ लोगों को लीची से एलर्जी हो सकती है- रैशेज, दर्द या सूजन। कोई लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
हां, प्रेग्नेंसी में लीची खाना बेहद फायदेमंद है लेकिन सीमित मात्रा में। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com