लो-कार्ब डाइट में आप अपनी थाली से कार्बोहाइड्रेट (कार्ब) की मात्रा कम करते हैं। इसका मतलब यह नहीं कि आप पूरी तरह से कार्ब्स छोड़ दें, बल्कि इसे कंट्रोल करते हैं। यह डाइट वजन घटाने के लिए बहुत फायदेमंद है। ऐसे में डॉक्टर अनिका बग्गा से जानते हैं इसके फायदों के बारे में।
आंखों की रोशनी में सुधार
लो-कार्ब डाइट से आंखों की रोशनी बेहतर हो सकती है। यह मोतियाबिंद और ग्लूकोमा जैसी बीमारियों से लड़ने में मदद करता है। इससे आंखों की क्षमता को भी बढ़ावा मिलता है।
ग्लूकोमा क्या है?
ग्लूकोमा एक ऐसी बीमारी है, जिसमें आंखों के लिए जरूरी कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। लो-कार्ब डाइट से रेटिना को सुरक्षा मिलती है, जिससे आंखों की सेहत बनी रहती है।
बेली फैट कम होता है
लो-कार्ब डाइट से बेली फैट तेजी से कम होता है। यह न केवल आपके शरीर को फिट बनाता है, बल्कि सेहत के लिए भी अच्छा है क्योंकि बेली फैट दिल की बीमारियों का कारण बन सकता है।
भूख में कमी
लो-कार्ब डाइट में फैट और प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होती है जिससे लंबे समय तक भूख नहीं लगती। इसकी मदद से आपको डाइटिंग में परेशानी नहीं होगी।
कोलेस्ट्रॉल में सुधार होता है
लो-कार्ब डाइट से एचडीएल (अच्छा कोलेस्ट्रॉल) का स्तर बढ़ता है। इससे हृदय रोगों का खतरा कम होता है और आप स्वस्थ रहते हैं।
ब्लड प्रेशर कंट्रोल करता है
लो-कार्ब डाइट से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। इससे दिल की बीमारियां, स्ट्रोक और किडनी की बीमारियों से बचाव होता है।
मेटाबॉलिक सिंड्रोम से बचाव होता है
मेटाबॉलिक सिंड्रोम में कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर और मोटापा बढ़ता है। लो-कार्ब डाइट इन समस्याओं को कम करने में मदद करती है और सेहत को बेहतर बनाती है।
लो-कार्ब डाइट को अपनी डेली रूटीन में शामिल करें और स्वस्थ रहें। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com