कीटो डाइट एक बहुत ही फेमस डाइट है जिसको वेट कम करने के लिए बहुत असरदार माना जाता है। लेकिन क्या इसे प्रेग्नेंसी के दौरान करना सही है? आइए जानें प्रेग्नेंसी के दौरान कीटो डाइट करना सही है या नहीं।
कीटो डाइट क्या है?
कीटो डाइट एत लो कार्ब, हाई फैट डाइट होती है। यह शरीर को एनर्जी के लिए फैट जलाने के लिए प्रेरित करती है। इसे वेट कम करने में मदद मिलती है।
प्रेग्नेंसी में पोषण जरूरी
प्रेग्नेंसी में कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन, फैट और विटामिन्स का बैलेंस जरूरी होता है। इससे मां और बच्चे दोनों को पूरा न्यूट्रिशन मिलता है।
कीटो में कार्ब की कमी
कीटो डाइट में कार्ब्स की मात्रा बहुत कम होती है। यह भ्रूण की ग्रोथ के लिए जरूरी होता है। इससे फिजिकल और मेंटल ग्रोथ पर असर हो सकता है।
एनर्जी की कमी
प्रेग्नेंसी में शरीर को ज्यादा एनर्जी की जरूरत होती है। कीटो डाइट से थकान, चक्कर और कमजोरी हो सकती है, जो हेल्थ के लिए खतरनाक हो सकता है।
डॉक्टर की सलाह
डॉक्टर अनुभा सिंह जी ने बताया, कई महिलाएं प्रेग्नेंसी में कीटो डाइट करने की कोशिश करती हैं। लेकिन इस दौरान सही पोषण और डाइट बच्चे के विकास के लिए होना बेहद जरूरी होता है।
संभावित जोखिम
कीटो डाइट से गर्भ में पोषण की कमी, बच्चे का कम वजन और ग्रोथ में दिक्कत हो सकती हैं। यह मां के लिए भी स्ट्रेस का कारण बन सकता है।
हेल्दी ऑप्शन क्या हैं?
बैलेंस डाइट जिसमें फल, सब्जियां, साबुत अनाज और प्रोटीन मौजूद हो, प्रेग्नेंसी में फायदेमंद होता है। डॉक्टर की सलाह से ही कोई डाइट फॉलो करें।
प्रेग्नोंसी में कीटो डाइट लेना सुरक्षित नहीं माना जाता है। हेल्दी रहने के लिए सही डाइट और पोषण लें। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com