गर्मियों में हल्का और ठंडक देने वाला खाना खाना बहुत जरूरी होता है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या रागी जैसे अनाज को इस मौसम में खाना ठीक है? आइए जानें गर्मियों में रागी खाना चाहिए या नहीं।
रागी की तासीर
आयुर्वेद के अनुसार रागी की तासीर ठंडी मानी जाती है। यानी यह शरीर में ठंडक पहुंचाते हैं और गर्मी के मौसम में इसका सेवन फायदेमंद हो सकता है।
पित्त में खतरा
जिनके शरीर में प्रकृति पित्त प्रधान होता है, उनके लिए रागी का सेवन गर्मियों में करने से जलन, चक्कर, घबराहट और पेट में गर्मी जैसी प्रॉब्लम्स बढ़ सकती हैं।
गैस और एसिडिटी में दिक्कत
जिन लोगों को पहले से गैस, एसिडिटी या अपच की दिक्कत है, उनको रागी खाने से बचना चाहिए। यह गर्मियों में सीने की जलन और पेट में भारीपन को बढ़ा सकता है।
बच्चों और बुजुर्गों के लिए
बच्चों और बुजुर्गों की डाइजेशन कमजोर होती है। रागी जैसा भारी अनाज खाने से गर्मियों में डाइजेशन मुश्किल हो सकता है। इससे दस्त या अपच की दिक्कत हो सकती है।
प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए
प्रेग्नेंसी में गर्म तासीर वाला खाना खाने से गर्भाशय पर असर हो सकता है। इसलिए गर्मियों में रागी खाने से प्रेग्नेंट महिलाओं को दिक्कत हो सकती है।
स्किन प्रॉब्लम हो सकती हैं
रागी खाने से गर्मियों में खुजली, चकत्ते, फोड़े और स्किन एलर्जी जैसे पित्त की दिक्कत बढ़ सकती है। सेंसिटिव स्किन वालों को इसे खाने से पहले ध्यान देना चाहिए।
कैसे करें रागी का सेवन?
गर्मियों में रागी को ठंडी चीजों के साथ खाएं, जैसे रागी का सत्व, रागी ड्रिंक्स या दलिया। इससे शरीर को ठंडक मिलती है और पोषण भी मिलते हैं।
सही मात्रा और तरीके से गर्मियों में भी रागी का सेवन किया जा सकता है। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com