भारतीय घरों में मसालों का इस्तेमाल खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। जीरा, अजवाइन और कलौंजी जैसे मसाले रोज़मर्रा के भोजन में इस्तेमाल किए जाते हैं।
एक्सपर्ट की राय
आयुर्वेदाचार्य डॉक्टर श्रेय शर्मा के अनुसार, कलौंजी का बीज फाइबर, अमीनो एसिड, विटामिन बी, विटामिन बी12, नियासिन और विटामिन सी जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है।
कलौंजी
कलौंजी को काला जीरा भी कहा जाता है। यह किचन में आसानी से मिल जाता है। इसके बीज न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाते हैं, बल्कि इसके पोषक तत्व भी बहुत फायदेमंद होते हैं।
कलौंजी का तेल
कलौंजी का तेल भी अन्य तेलों की तुलना में ज्यादा फायदेमंद होता है, क्योंकि यह फैटी एसिड, विटामिन और मिनरल से भरपूर होता है। इसके सेवन से शरीर को एनर्जी मिलती है।
मेंटल हेल्थ में सुधार
कलौंजी के सेवन से बढ़ते वजन को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। इसके अलावा, इसका नियमित सेवन मस्तिष्क की कार्यक्षमता को भी बढ़ाता है, जिससे याददाश्त बेहतर होती है। इससे मानसिक तनाव कम होता है।
कलौंजी और शहद
सुबह खाली पेट कलौंजी का सेवन करने से शरीर की कई समस्याओं से राहत मिल सकती है। इसे शहद के साथ भी खाना भी फायदेमंद माना जाता है।
डायबिटीज
रोजाना खाली पेट कलौंजी के बीज का सेवन करने से टाइप-2 डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। इससे ब्लड शुगर का लेवल सामान्य रहता है।
खराब कोलेस्ट्रॉल
कलौंजी दिल को स्वस्थ रखने के लिए प्रभावी माना जाता है। यह खराब कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद करता है। इससे हृदय की कार्यक्षमता बढ़ती है।
किडनी के लिए फायदेमंद
किडनी रोग से बचने के लिए कलौंजी का सेवन फायदेमंद होता है। इसके अलावा, ज्वाइंट्स की समस्याओं और आर्थराइटिस को राहत पहुंचाने में भी मदद मिलती है।
किसी गंभीर परिस्थिति में कलौंजी का सेवन करने से पहले एक बार आयुर्वेदाचार्य या फिर एक्सपर्ट से जरूर सलाह लें। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com