करेला सेहत के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन इसके बीज खाना हर किसी के लिए सही नहीं होता। करेले के बीज अधिक मात्रा में खाने से स्वास्थ्य को नुकसान हो सकता है। इसलिए इनका सेवन सावधानी से करना जरूरी है। चलिए न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी से जानते हैं इस बारे में।
करेले के बीज में होता है लेक्टिन
करेले के बीज में लेक्टिन नामक तत्व होता है, जो अधिक मात्रा में शरीर के लिए विषैला हो सकता है। यह पाचन पर नकारात्मक असर डालता है और गैस्ट्रिक समस्याएं पैदा कर सकता है।
पाचन संबंधी परेशानियां हो सकती हैं
करेले के बीज पचाने में भारी होते हैं। इससे पेट दर्द, गैस, उलटी और दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं। यदि पेट की पहले से कोई दिक्कत है, तो बीजों से बचना चाहिए।
हाइपोग्लाइसीमिया का खतरा
करेला ब्लड शुगर को कम करता है, और बीजों में यह असर और तेज हो सकता है। डायबिटीज के मरीज अगर दवा ले रहे हैं, तो करेले के बीज से लो ब्लड शुगर का खतरा बढ़ सकता है।
एलर्जी की आशंका भी होती है
कुछ लोगों को करेले या उसके बीज से एलर्जी हो सकती है। इससे शरीर में खुजली, सूजन, रैशेज और सांस लेने में दिक्कत जैसी प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं। लक्षण दिखें तो तुरंत सेवन बंद करें।
दवाओं पर असर डाल सकता है
करेले के बीज कुछ दवाओं के प्रभाव को बदल सकते हैं। खासकर डायबिटीज और ब्लड प्रेशर की दवाओं के साथ इसका सेवन सावधानी से करना चाहिए। हमेशा डॉक्टर से सलाह लेकर ही खाएं।
गर्भवती महिलाएं न करें सेवन
गर्भावस्था के दौरान करेले के बीज नुकसानदेह हो सकते हैं। यह गर्भाशय में संकुचन ला सकते हैं और गर्भपात का जोखिम बढ़ा सकते हैं। इसलिए प्रेग्नेंसी में इनसे पूरी तरह बचें।
बीज का अधिक सेवन न करें
अगर आप करेले के बीज खाना चाहते हैं, तो कम मात्रा में ही खाएं। ज्यादा मात्रा में सेवन से शरीर पर नकारात्मक असर हो सकता है, खासकर पेट और हार्मोनल बैलेंस पर।
करेला सेहत के लिए अच्छा है, लेकिन इसके बीजों का सेवन सोच-समझकर करें। यदि कोई हेल्थ कंडीशन है या दवाएं ले रहे हैं, तो पहले एक्सपर्ट की राय लें। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com