अगर आपकी बगल की त्वचा काली हो रही है, तो इसका कारण आपका डिओडरेंट भी हो सकता है। आइए PubMed की रिपोर्ट से जानते हैं डिओडरेंट से अंडरआर्म काले कैसे हो जाते हैं और इस समस्या से कैसे बचें?
त्वचा में सूजन से रंग बदलता है
डिओडरेंट में मौजूद केमिकल स्किन को जलन और एलर्जी दे सकते हैं। इसके बाद जो सूजन होती है, उससे त्वचा में कालेपन की प्रक्रिया शुरू होती है।
Post-inflammatory hyperpigmentation
जब त्वचा पर बार-बार जलन होती है, तो शरीर वहां ज्यादा मेलेनिन बनाता है। इससे उस हिस्से की रंगत धीरे-धीरे गहरी होने लगती है।
डिओडरेंट में कौन से तत्व नुकसानदायक हैं?
एल्कोहल, पैराबेन, फ्रेगरेंस और एल्युमिनियम जैसे तत्व स्किन को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं। ये नमी छीनते हैं और स्किन को सेंसिटिव बनाते हैं।
नेचुरल डिओडरेंट भी हमेशा सेफ नहीं
कुछ प्राकृतिक डिओडरेंट्स में बेकिंग सोडा या एसेंशियल ऑयल्स होते हैं, जो संवेदनशील स्किन को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचा सकते हैं।
शेविंग के बाद तुरंत डिओडरेंट न लगाएं
शेविंग के बाद स्किन ओपन और कमजोर होती है। इस समय डिओडरेंट लगाने से जलन और कालापन दोनों बढ़ सकते हैं।
बचाव का तरीका?
हाइपोएलर्जेनिक और बिना खुशबू वाले डिओडरेंट का इस्तेमाल करें। कॉटन के कपड़े पहनें और रोज अंडरआर्म्स को साफ रखें।
कुछ घरेलू उपाय भी कारगर हैं
एलोवेरा जेल, आलू का रस या हल्दी वाला दूध अंडरआर्म के रंग को हल्का करने में मदद कर सकते हैं, लेकिन नियमित उपयोग जरूरी है।
हर स्किन टाइप अलग होती है। अगर डिओडरेंट से जलन या रंगत में बदलाव हो रहा है, तो डॉक्टर की सलाह लें और प्रोडक्ट बदलें। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com