मानसून के मौसम में हमारा पाचन तंत्र थोड़ा कमजोर हो जाता है और एसिडिटी जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं। ऐसे में पारंपरिक मिठाई घेवर का सेवन फायदेमंद हो सकता है। इसमें मखाना पाउडर, दूध, घी और गुड़ जैसे हेल्दी इंग्रीडिएंट्स होते हैं। ये सभी पोषक तत्वों से भरपूर हैं और शरीर को एनर्जी देने के साथ कई लाभ भी पहुंचाते हैं।
डाइटीशियन से जानें
आइए Holi Family Hospital (दिल्ली) की डायटीशियन Sanah Gill से जानते हैं कि मानसून के दौरान घेवर का सेवन कैसे फायदेमंद है।
एसिडिटी में राहत देता है
मानसून में पेट की समस्याएं जैसे गैस और एसिडिटी आम होती हैं। घेवर में मौजूद तत्व पेट को ठंडक देते हैं और इससे बेचैनी कम होती है। सीमित मात्रा में इसका सेवन करें।
इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार
घी और गुड़ जैसे तत्वों की मौजूदगी घेवर को इम्यून बूस्टर बनाते हैं। घी वात और पित्त को संतुलित करता है और गुड़ शरीर को आयरन और विटामिन्स देता है।
प्रेग्नेंसी में फायदेमंद
प्रेग्नेंसी के दौरान घेवर का सीमित सेवन स्वाद बदलने और पोषण देने में मदद करता है। इसमें दूध, मावा और पनीर जैसे जरूरी पोषक तत्व होते हैं, लेकिन चीनी और मैदा से परहेज करें।
मानसून में ही क्यों बनता है घेवर?
बारिश के मौसम में वातावरण में मौजूद नमी घेवर को सही बनावट देती है। इस नमी की मदद से घेवर कुरकुरा और स्वादिष्ट बनता है, इसलिए ये खासतौर पर सावन में बनाया जाता है।
घर पर ऐसे बनाएं हेल्दी घेवर
मखाना पाउडर, ठंडा दूध और पानी से बैटर बनाएं। घी में पकाएं और गुड़ की चाशनी में डुबोएं। ऊपर से ड्राईफ्रूट और मलाई डालें। बिना मैदा या मावा के ये हेल्दी बनता है।
स्टोरेज और सर्विंग टिप्स
घेवर को आप फ्रिज में 2 हफ्तों तक स्टोर कर सकते हैं। इसे ताजा खाएं या हल्का गरम करके परोसें। सुबह या दोपहर में इसका सेवन करें, रात को खाने से बचें।
घेवर को सीमित मात्रा में और सही सामग्री के साथ खाएं। इससे न केवल स्वाद मिलेगा, बल्कि सेहत भी बनी रहेगी। हेल्थ से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com