लौंग का इस्तेमाल हर भारतीय किचन में खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इतना ही नहीं इसे खाने के कई फायदे भी होते हैं। लेकिन इसके फूल को बहुत कम देखा या खाया जाता है। आइए जानें क्यों लौंग के फूल को नहीं खाया जाता है।
लौंग का फूल
लौंग का फूल पूरी तरह खिला नहीं होता है, बल्कि यह कली की शुरुआत होती है। इसका टेस्ट बहुत तीखा और कड़वा होता है।
इसे लोग खाते क्यों नहीं?
लौंग के फूल की तासीर बहुत तेज गर्म होती है। इसे खाने से पेट, मुंह और शरीर में जलन और दिक्कत हो सकती है।
आयुर्वेद क्या कहता है?
आयुर्वेद में लौंग को औषधीय माना जाता है। लेकिन इसका फूल बैलेंस में ही इस्तेमाल किया जाता है। इसको ज्यादा खाने से दिक्कत हो सकती है।
पेट से जुड़ी दिक्कत
लौंग का फूल डायरेक्ट खाने से गैस, एसिडिटी और पेट में जलन जैसी दिक्कत हो सकती है। खासकर गर्मियों में इसका असर बढ़ सकता है।
बच्चों और बुजुर्गों के लिए हानिकारक
बच्चों और बुजुर्गों का डाइजेशन कमजोर होता है। लौंग का फूल उनके लिए ज्यादा तेज हो सकता है। इससे उनको बेचैनी और अपच की दिक्कत हो सकती है।
प्रेग्नेंसी में दिक्कत
प्रेग्नेंसी में लौंग का फूल गर्भाशय को उत्तेजित कर सकता है। इससे गर्भ में खिंचाव और अन्य दिक्कत हो सकती है। ऐसे में डॉक्टर की सलाह जरूरी।
कैसे करें सही इस्तेमाल?
लौंग को सुखाकर कम मात्रा में मसाले या औषधि के रूप में लेना सही होता है। फूल के बजाय ड्राई लौंग का इस्तेमाल सुरक्षित है।
लौंग के फूल का सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के करना खतरनाक हो सकता है। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com