दांतों को हेल्दी रखने के लिए सिर्फ ब्रश करना काफी नहीं होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ खास जड़ी बूटियों का इस्तेमाल करने से दांत और मसूड़े मजबूत हो सकते हैं? आइए जानें।
नीम का दातुन
नीम में एंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होती हैं, जो मुंह के बैक्टीरिया को खत्म करते हैं। इसकी दातुन करने से दांत मजबूत होते हैं और सांस भी फ्रेश रहती है।
त्रिफला चूर्ण
त्रिफला आयुर्वेद की एक प्रसिद्ध औषधि है। इसका चूर्ण पानी में मिलाकर कुल्ला करने से मसूड़ों की सूजन कम होती है और मुंह साफ रहता है।
बबूल की छाल
डॉ. किरण गुप्ता ने बताया, बबूल की छाल में नेचुरल टैनिन होते हैं जो मसूड़ों को स्ट्रांग करते हैं। इसकी दातुन या मंजन करने से दांत वाइट और हेल्दी रहते हैं।
लौंग
लौंग में दर्दनाशक और एंटी-माइक्रोबियल प्रॉपर्टीज होती हैं। दांत दर्द या मसूड़ें की सूजन में लौंग का तेल लगाने से आराम मिलता है और इंफेक्शन कम होता है।
गिलोय
गिलोय शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए झानी जाती है। इसका सेवन करने से मसूड़ों का इंफेक्शन की संभावना कम हो जाती है और मुंह हेल्दी रहता है।
तुलसी के पत्ते
तुलसी की पत्तियां चबाने से मुंह के बैक्टीरिया मरते हैं। इसके एंटी-सेप्टिक गुण मुंग की बदबू हटाने और दांतों की सफाई में मदद करते हैं।
जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल
इन आयुर्वेदिक उपायों को रोजमर्रा के दिनचर्या में शामिल करें। इनके साथ दिन में दो बार ब्रश और माउथ वॉश करना भी जरूरी होता है।
केमिकल प्रोडक्टस के बजाए इन देसी बूटियों का इस्तेमाल करें और दांतों को हेल्दी रखें। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com