आजकल की हाई टेक्नोलॉजी वाली दुनिया में मोबाइल, लैपटॉप और स्ट्रेस के कारण आंखों पर बहुत ज्यादा जोर पड़ता है। आंखों को आराम देने के लिए कुछ आयुर्वेदिक थेरेपीज का इस्तेमाल फायदेमंद हो सकता है। आइए जानें आंखों को डिटॉक्स करने के लिए आयुर्वेदिक थेरेपी।
नेत्र तर्पण क्या है?
घी से की जाने वाली यह थेरेपी आंखों की थकान, ड्राईनेस और जलन को कम करने में मदद करती है। इससे आंखों को पोषण और ठंडक देने में मदद मिलती है।
त्रिफला जल से धुलाई
त्रिफला चूर्ण को पानी में उबालकर ठंडा करके उस पानी से आंखों को धोना त्रिफला जल धुलाई कहलाता है। इसमें आंखों की गंदगी दूर होती है और रोशनी तेज होती है।
गुलाब जल से सिंचन
प्योर गुलाब जल आंखों में डालने से जलन, रेडनेस और थकान दूर करने में मदद मिलती है। यह एक आसान और असरदार आयुर्वेदिक उपाय है जिसे रोज किया जा सकता है।
नेत्र आसन और योग
आंखों की सफाई और पावर के लिए त्राटक, पलकों की एक्सरसाइज और लंबी गहरी ब्रीदिंग करना फायदेमंद होता है। इससे आंखों की मसल्स स्ट्रांग करने में मदद मिलती है।
शतावरी और ब्राह्मी का सेवन
ब्राह्मी और शतावरी जैसे आयुर्वेदिक हर्ब्स से आंखों की नसें शांत और नरिश होती हैं। इससे दिमाग को ठंडक मिलती है और आंखें हेल्दी रहती हैं।
सही डाइट लें
गाजर, आंवला, ग्रीन वेजिटेबल्स और घी जैसी चीजें आंखों की हेल्थ को अच्छा करती हैं। आयुर्वेद में डिटॉक्स को एक जरूरी हिस्सा माना जाता है।
लाइफस्टाइल में बैलेंस
आंखों को हेल्दी रखने के लिए लाइफस्टाइल को बैलेंस करना बहुत जरूरी होता है। इसमें पूरी नींद लेना, स्क्रीन से ब्रेक और नेचर से टच में रहने से आंखें हेल्दी रहती है।
आप भी आंखों को हेल्दी रखने के लिए इन आयुर्वेदिक थेरेपीज को आजमाएं और अपनी आंखों को स्वस्थ रखें। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com