आम धारणा है कि तनाव में वाहन नहीं चलाना चाहिए। लेकिन एक नए शोध में इसके उलट दावा किया गया है कि हल्के मानसिक तनाव में वाहन चलाते हुए युवा सुरक्षित ड्राइविंग करते हैं।
आम धारणा है कि तनाव में वाहन नहीं चलाना चाहिए। लेकिन एक नए शोध में इसके उलट दावा किया गया है कि हल्के मानसिक तनाव में वाहन चलाते हुए युवा सुरक्षित ड्राइविंग करते हैं। साथ ही उनकी वाहन चलाने की क्षमताओं में सुधार आता है।
आस्ट्रेलिया में जार्ज इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों ने 20 हजार से अधिक युवा वाहन चालकों पर यह अध्ययन किया गया। जर्नल आफ अडोल्सेंट हेल्थ की रिपोर्ट के मुताबिक 17 से 24 साल के चालक मानसिक तनाव में रहते हुए कम जोखिम उठाते हैं। पूर्व में हुए अध्ययनों में नतीजों को इसके विपरीत बताया गया था।
प्रमुख शोधकर्ता डाक्टर अलेक्जेन्ड्रा मार्टिनिक ने कहा, 'हल्के-फुल्के तनाव के दौरान चालक ज्यादा सुरक्षित रहता है। उस समय वह अधिक सतर्कता से वाहन चलाते हैं, जिससे दुर्घटना नहीं होती। यह अध्ययन वाहन चालकों को लेकर किए गए, विश्लेषणों की श्रृंखला का हिस्सा है। इसके तहत 20,822 से अधिक युवा चालकों पर नजर रखी गई। पुलिस में उनकी दुर्घटना की रिपोर्ट से उसकी जांच की गई।
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