
लिम्फोमा क्या है : लिम्फोमा, लिम्फोसाइट्स में होने वाला कैंसर है जिसका अर्थ है कि यह सेल्स बिना किसी नियंत्रण के बढ़ते हैं। इसके बारें में और जानने के लिए पढ़ें हमारा यह लेख।
लिम्फोमा कैंसर का एक प्रकार है जो प्रतिरक्षा प्रणाली लिम्फोसाइटों नामक कोशिकाओं में शुरू होता है। अन्य कैंसर की तरह, लिम्फोमा तब होता है, जब लिम्फोसाइटों उस स्थिति में होती है जब अनियंत्रित कोशिका में वृद्धि होने के साथ-साथ कई गुणा बढ़ जाती हैं। शरीर को संक्रमण से बचाने के लिए हमारे शरीर में लिम्फेटिक सिस्टम होता है। यह सिस्टम पूरे शरीर में नेटवर्क नुमा बना होता है जिससे कि शरीर किसी बाहरी जीव जैसे वायरस या असामान्य सेल्स को एकत्रित कर सकें।
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यह आक्रमणकारी/इन्वेडर्स लिम्फ नोड्स में चले जाते हैं और वहां व्हाइट ब्लड सेल्स द्वारा तोड़ दिये जाते हैं। व्हाइट ब्लड सेल्स को लिम्फोसाइट्स भी कहा जाता है। लिम्फोसाइटों सफेद रक्त कोशिका जो पूरे शरीर में एक तरल पदार्थ के जरीये स्थानांतरित होता है जिसको लिम्फ कहते हैं।
लिम्फोंसाइट्स मुख्यत: दो प्रकार के होते हैं जो कि टी और बी प्रकार के सेल्स से बने होते हैं। दोनों को एक ही तरीके से बनाया जाता है ताकि वह संक्रमण और असामान्य कोशिकाओं को पहचान और नष्ट कर सकें। बी लिम्फोसाइट्स शरीर में रसायनों को बनाने में मदद करते हैं इन्हें एण्टीबाडीज़ भी कहा जाता है। टी लिम्फोसाइट्स शरीर में हुए किसी भी प्रकार के संक्रमण का मुकाबला करते हैं और साथ ही कैंसर के लिए विशेष रूप से प्रतिरक्षित कोशिकाओं का भी निर्माण करते हैं।
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लिम्फोमा तब होता है जब लिम्फोसाइट बी या टी कोशिकाओं को बदलने में इतने ज्यादा बढ़ जाए या कई गुणा बढ़ जाए। असामान्य लिम्फोसाइटों एक या अधिक लिम्फ नोड्स में या लिम्फ टिश्यु में तिल्ली या टांसिल के रूप में जमा होकर और सेल का द्रव्यमान बनाते है जिसे एक ट्यूमर कहा जाता है। ट्यूमर बढ़ कर और आसपास के ऊतकों और अंगों की जगह पर आक्रमण कर उन्हें ऑक्सीजन और पोषक तत्वों से वंचित करते है।
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आइए लिम्फोमा के बारे में संक्षेप में जाने।
लिम्फोमा, लिम्फोसाइट्स में होने वाला कैंसर है जिसका अर्थ है कि यह सेल्स बिना किसी नियंत्रण के बढ़ते हैं। लिम्फोमा अक्सर लिम्फ नोड्स से शुरू होता है लेकिन यह पेट, आंत, त्वचा या किसी और अंग में भी पाया जा सकता है। क्योंकि लिम्फोसाइट्स शरीर के हर भाग में पाये जाते हैं। इसलिए लिम्फोमा के मुख्य दो प्रकार होते हैं हाजकिन डिज़ीज़ और नॉन हाजकिन लिम्फोमा।
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