
कैंसर शरीर की आधारभूत इकाई कोशिका को प्रभावित करता है, शरीर में नये सेल्स और पुराने सेल्स के बदलाव की प्रक्रिया में कैंसर हो सकता है।
कैंसर शरीर की आधारभूत इकाई कोशिका (सेल) को प्रभावित करता है। शरीर में नये सेल्स और पुराने सेल्स के बदलाव की प्रक्रिया में कैंसर हो सकता है। शरीर में हर रोज़ कुछ नये सेल्स बनते हैं और पुराने सेल्स टूटते हैं जिनके असमान्य निर्माण से कैंसर होने की आशंका बढ़ जाती है।
जब हड्डियों में कोशिकाओं के असामान्य जमाव के कारण शिथिलता आने लगती है तो व्यक्ति को बोन कैंसर हो जाता है जिसके कई तरह के लक्षण रह-रहकर उभरने लगते हैं। जब बोन कैंसर बढ़ने लगता है तो शरीर में जगह-जगह गांठें होने लगती हैं और हड्डियों में दर्द की शिकायत बढ़ जाती है।
वैज्ञानिक तौर पर बोन कैंसर के कारणों का अब तक नहीं चल पाया है लेकिन फिर भी बोन कैंसर को आनुवांशिक कैंसर भी माना जा रहा है। बोन कैंसर में सबसे अधिक सेकेंडरी कैंसर यानी माध्यमिक कैंसर की स्थिति आती है।
बोन कैंसर अकसर शरीर के एक हिस्से से शुरू बाद में धीरे-धीरे अन्य हिस्सों में फैलता है। यह हड्डियों को बहुत अधिक प्रभावित करने लगता है जिसे कारण इसे बोन कैंसर के नाम से जाना जाता है। बोन कैंसर के इलाज के दौरान यानी सर्जरी और रेडिएशन थेरेपी के दौरान हड्डियां बहुत प्रभावित होती हैं जिस कारण इसे सेकेंडरी यानी माध्यमिक बोन कैंसर कहा जाता है।
- प्राथमिक बोन कैंसर के अपने कई कारक है जिन्हें तीन भागों में विभाजित किया गया है। ऑस्टियो सार्कोमा, कॉन्ड्रो सार्कोमा , इविंग सार्कोमा।
- ऑस्टियो सार्कोमा कैंसर हड्डियों के ठोस स्रोत में होता है। जैसे हड्डी का मुख्य भाग।
- कॉन्ड्रो सार्कोमा ऐसा कैंसर है जो कि कार्टिलेज और संयोजी ऊतको में पाया जाता है।
- इविंग सार्कोमा कैंसर ट्यूमर की ग्रोथ के कारण होता है। यह सॉफ्ट कोशिकाओं के कारण पनपता है जैसे वसा के रूप में। लेकिन ये भी हड्डियों में खराबी के कारण पैदा होता है।
- बोन कैंसर कई कारणों से हो सकता है, इनमें से मुख्य है आनुवांशिक रूप से कोई गड़बड़ी होना। इसके अलावा पेगेट रोग का प्रभाव भी हड्डियों पर पड़ता है। इसके साथ ही यदि व्यक्ति बहुत अधिक रेडिएशन के प्रभाव में है या फिर बहुत अधिक रेडिएशन ट्रीटमेंट होने से भी बोन कैंसर हो सकता है।
- बोन कैंसर से संबंधित एक और कैंसर है वह है बोन मेरो कैंसर। हालांकि यह रक्त कैंसर का एक रूप है। बोन मेरो कैंसर से पीडि़त मरीज को बोन कैंसर हो सकता है। दरअसल, बोन मेरो कैंसर में रक्त वाहिकाएं प्रभावित होती है जो कि हड्डियों का आधार होती है, ऐसे में बोन मेरो कैंसर की स्थिति बोन कैंसर बढ़ाने में सहायक है।
- कोशिकाओं का आसामन्य रूप से बढ़ने और उनका प्रभाव बोन कैंसर का कारक है। हालांकि बोन कैंसर बोन मेरो कैंसर से बहुत अलग है लेकिन बोन मेरो कैंसर और बोन कैंसर के इलाज पर भी निर्भर करता है कि आप कैंसर का ट्रीटमेंट किस तरह से और किस रूप में ले रहे हैं।
- यदि बोन कैंसर का शुरूआती अवस्था में पता लग जाता है तो आप आसानी से इसका सही इलाज पा सकते हैं और बिना किसी अतिरिक्त प्रभाव के बोन कैंसर से निजात पा सकते हैं।
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