कभी न कभी हम सभी कमर, पीठ, दांत दर्द से परेशान होते ही हैं। हर वक्त डाक्टर के पास पहुंचना मुमकिन भी नहीं होता। ऐसे में बाजार में उपलब्ध दर्द निवारक गोलियों से काम चलाना पड़ता है।..
आज की भाग-दौड भरी जिंदगी में कमर दर्द आम समस्या है। अचानक झुकने, वजन उठाने, झटका लगने, गलत तरीके से उठने-बैठने और सोने, व्यायाम न करने और पेट बढने से भी कमर दर्द हो सकता है।..
गर्दन में दर्द कई कारणों से हो सकता है। अनियमित जीवनशैली, अर्थराइटिस, सोने और बैठने का गलत तरीके- आदि कई ऐसे कारण हैं जो आपको यह तकलीफ दे सकते हैं।..
क्या आपको कभी आश्चर्य नहीं हुआ कि जब घायल होते हैं या आपको चोट लगती है तो उस जगह खुद के स्पर्श से दर्द कम क्यों हो जाता है।..
गर्दन दर्द की अभिव्यक्ति आज हमारे रोज़मर्रा के कामों की ही तरह बहुत ही आम है, लेकिन इसका कारक गर्दन को गलत दिशा में रखना तक हो सकता हैं।..
आप चाहे कितने ही अच्छे खिलाड़ी हों, लेकिन आपकी थोड़ी सी लापरवाही आपके लिए गंभीर समस्याओं का कारण बन सकती है।..
डायबेटिक न्यूरोपैथिक दर्द
डायबिटीज से समय के साथ डायबेटिक न्यूरोपैथी या पूरे शरीर की नर्व को नुकसान हो सकता है।..
सर मे लगी चोट बेहद ही खतरनाक होती है। सर में चोट लगने पर कुछ खास बातों पर ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है।..
क्या आप जानते है कि व्यायाम के दौरान ठोढ़ी का दर्द के किसी बीमारी का संकेत हो सकता है। व्यायाम के दौरान अगर आपको ठोड़ी मे दर्द का अनुभव हो तो इसको नजरदांज ना करें।..
जाने, भांग खाने से कैसे बढ़ती है दर्द सहने की ताकत। भांग के सेवन सेहत पर क्या असर करता है इस बारें में विस्तार से जानने के लिए ये लेख पढ़े।..
लुम्बर बैक पेन कमर के निचले हिस्से में होने वाला दर्द होता है जो कफी कष्ट दायक हो सकता है। इस लेख में लुम्बर बैक पेन में रखी जाने वाली सावधानियों के बारे में जानें।..
जब शरीर के किसी अंग में दर्द होता है तो आप बहुत बेबस और लाचार हो जाते हैं लेकिन यह दर्द आपकी गलत आदतों का ही नतीजा हो सकता है।..
दर्द दूर करने के लिए ली जाने वाली दवा के सेवन में अगर कोताही बरती जाए, तो यह आपको ज्यादा गंभीर दर्द दे सकता है। ऐसे में समझदारी से काम लेना चाहिए। और सात ऐसी सामान्य गलतियों से बचना चाहिए।..
लगातार बैठे रहना आधुनिक जीवनशैली का हिस्सा है। और इसी जीवनशैली ने साइटिका नाम की बीमारी दी है। इसमें लोअर बैक से लेकर टांगों के निचले हिस्से तक दर्द होता है।..
अमेरिका के हेनरी फोर्ड हॉस्पीटल द्वारा कराये गये शोध के अनुसार भरपूर और अच्छी नींद लेना सबसे बढि़या पेन किलर है, दर्द निवारक दवाओं की तरह इसका साइड-इफेक्ट नहीं होता।..
नींद और अच्छी नींद हमारे लिए बहुत जरूरी है। लेकिन कई बार सुबह उठने के बाद आपकी पीठ में तेज दर्द होता है। इसकी बड़ी वजह होती है कि रात में आप सही पोजीशन में और सही प्रकार नहीं सोते।..
कमर दर्द तो अक्सर आपकी जान ही निकाल लेता है, लेकिन कुछ उपाय ऐसे होते हैं, जिन्हें अपनाकर आप इससे मात्र 60 सेकेंड के अंदर मुक्ति पा सकते हैं।..
ऑस्टियोपोरोसिस अर्थात हड्डियों का कमजोर होना ऐसी समस्या है, अनियमित जीवनशैली और बढ़ती उम्र के साथ होने लगती है। ये पुरुषों की तुलना में महिलाओं को अधिक होती है।..
पीठ दर्द एक गंभीर समस्या है, सही तरीके से इसका निदान न होने पाने के कारण इसका उपचार आसानी से नहीं हो पाता और मरीज को इसके कारण दर्द सहना पड़ता है।..
तकनीक ने हमें बहुत सुविधायें दी हैं, लेकिन इसके कारण हमें कई परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है।..
जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, वैसे-वैसे आपके घुटने में दर्द होने की आशंका बढ़ती जाती है। यह बात वैज्ञानिक शोध के अनुसार भी साबित हो चुकी है।..
अगर आपको पीठदर्द है तो इसका कारण आपके फुटवेयर भी हो सकते हैं। सही तरीके के फुटवेयर पहनने से पीठ पर खिंचाव और जोर पड़ता है जिससे दर्द होता है।..
वैसे तो चोटों, उम्र, मोटापा, मांसपेशियों में लचीलेपन की कमी आदि घुटने में दर्द के जिम्मेदार कारक होते हैं।..
कई बार घुटने की अस्थिरज्जु में टूट-फूट हो जाती है, जिससे जोड़ों का दर्द हो सकता है। इसलिये घुटनों के लिये कुछ नियमित व्यायाम जरूरी होता है।..
ब्रिटिश काइरोप्रैक्टिक एसोसिएशन के एक सर्वेक्षण में पाया गया कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के घटते आकार के परिणाम स्वरूप, डेस्क गैजेट्स की तुलना में लोगों में इन छोटे गैजेट्स की स्क्रीन पर झुक कर उपयोग करने की आदत बढ़ी है।..
बॉडी बिल्डिंग करने वालों और एथलीट को लिफ्टर्स शोल्डर की समस्या से दो चार होना पड़ता है, इसके लिए जिम्मेदार कारणों के बारे में जानिये और इसके उपचार के तरीकों के बारे में भी जानें इस लेख में।..
आमतौर पर सिरदर्द को लेकर लोग ज्यादा गंभीरता से नहीं लेते हैं और कोई पेन किलर लेकर बैठ जाते हैं। हालांकि आप सिर दर्द से छुटकारा पाने के लिये कुछ अन्य करीकों की मदद भी ले सकते हैं।..
सभी तरह के दर्द के लिए आप घरेलू नुस्खों को आजमाते हैं और इनसे आराम भी मिलता है, लेकिन कुछ तरह के दर्द ऐसे भी होते हैं जिनका उपचार घर पर करना ठीक नहीं है, इनके लिए चिकित्सक से संपर्क करना ही बेहतर है।..
क्रोनिक पेन लोग द्वारा बार-बार डॉक्टर के पास जाने के सबसे सामान्य कारणों में से एक है।..
महिलाएं अक्सर दर्द से परेशान रहती हैं, कभी अधिक वजन उठाने से कंधे में दर्द तो कभी पीरियड्स में होने वाला भयानक पेट और सिर में दर्द।..
मायस्थीनिया एक क्रोनिक प्रगतिशील रोग है, जो न्यूरोमस्कुलर जोड़ पर एसीटाइलकोलीन की कमी के कारण क्रोनिक थकान और मांसपेशियों में कमजोरी के कारण होता है।..
आज की भागदौड़ भरी दुनिया में कमर दर्द की शिकायत बहुत आम बात है, इस परेशानी से निपटने के लिए पेन किलर की बजाय पैरों की मसाज करें, इस लेख में जानिये मसाज से कैसे आराम मिलता है।..
तलवों में दर्द अगर हो तो इसे आसानी से बॉटल मसाज के जरिये दूर किया जा सकता है, बॉटल मसाज कैसे करें, इसके बारे में जानने के लिए यह लेख पढ़ें।..
अगर आप भी दर्द से राहत पाने के लिए हीटिंग पैड की तलाश कर रहे हैं तो इस लेख की मदद से आप घर में मौजूद सामान से आसानी से हीटिंग पैड बना सकते हैं।..
बढ़ती उम्र में अर्थराइटिस यानि गठिया के दर्द की समस्या सामान्य मानी जाती है, अर्थराइटिस के कारण जोड़ों में असहनीय दर्द होता है, इस दर्द को दूर करने के लिए आप घर पर इस करह से हॉट पेपर क्रीम बना कर इस्तेमाल करें।..
हिप दर्द के कारण और उपचार के बारे में विस्तार से जानने के लिए ये लेख पढ़े।..
अर्कनोडाइटिा ाब्द का अर्थ, अर्कनोइड का सूजन और प्रदाह होता है और यह दिमाग या स्पाइनल कोर्ड के किसी भी भाग से संंबंधित होता है। स्पाइनल अर्कोनायडाइटिस सिरिब्रल से कहीं अधि सामान्य होता है।..
बहुत सी बीमारियों में गदर्न और कंधे में दर्द होने के लक्षण प्रकट होने की वजह से गर्दन और कंधों में होने वाले दर्द का निश्चित कारण पता लगाना काफी कठिन होता है।..
घुटनें में दर्द या मोच की समस्या होना अर्थराइटिस का लक्षण हो सकता है। इस समस्या से बचने के लिए इसके बारे में पर्याप्त जानकारी होना बहुत जरूरी है।..
शरीर में गंभीर तनाव की परिस्थितियों में दर्द की अनुभूति रोकने के लिए प्रभावकारी उपाय मौजूद हैं, लेकिन दीर्घकालिक तनाव का परिणाम दीर्घकालिक दर्द के रूप में निकल सकता है।..
जलन का दर्द तीव्र और लंबे समय तक रहने वाला दर्द होता है, लेकिन यहां दिये उपायों को अपनाकर आप इस समस्या से आसानी से छुटकारा पा सकते हैं।..
हर दर्द का कोई न कोई कारण जरूर होता है। यह कारण शारीरिक और मानसिक दोनों हो सकता है।..
एक्यूट पेन और क्रॉनिक पेन में सबसे बड़ा अंतर ये है कि एक्यूट पेन सुरक्षात्मक होता है और रोग समाप्त होने के बाद इससे पूरी तरह मुक्ति मिल जाती है, जबकि क्रॉनिक पेन प्रायः रोग समाप्त होने के बाद भी नहीं जाता और इसके सामान्यतः कोई लाभ नहीं हैं।..
दर्द की दवा और बिना दवा के रहना पूरी तरह दर्द के प्रकार और मियाद पर निर्भर करता है और इसका फैसला डॉक्टर पर छोड़ देना चाहिए।..
दर्द के कई कारण होते हैं और इसका इलाज करने के लिए आपको उसकी जड़ तक जाना जरूरी है। जानिये शरीर में दर्द के क्या कारण होते हैं और आप कैसे उनका निदान कर सकते हैं।..
दर्द केवल एक अनुभूति मात्र नहीं है। यह कई परिस्थितियों का संकेत हो सकता है। दर्द किसी बड़ी बीमारी की ओर इशारा हो सकता है। इसलिए दर्द को हल्के में नहीं लेना चाहिये।..
हममें से अधिकतर लोग सिर दर्द, पेट दर्द या बदन दर्द से तुरंत राहत पाने के लिए पेनकिलर का सहारा लेते हैं।..
नर्व पेन या नसों में दर्द एक बहुत परेशान करने वाली समस्या है। इसके चलते इंसान चलने फिरने में भी तकलीफ महसूस करता है।..
रूमेटायड अर्थराइटिस जोड़ों की एक पुरानी और गंभीर बीमारी है। इसमें शरीर के जो़ड़ वाले अंग ऊतक क्षतिग्रस्त होने लगते हैं, जिस वजह से जोड़ों में दर्द और सूजन होने लगती है।..
ल्यूपस, एक चर्म रोग होता है जिसमें शरीर की त्वचा पर फोड़ा हो जाता है। ल्यूपस की स्थिति में भी मरीज के जोड़ों में दर्द होने लगता है जिसे ल्यूपस अर्थराइटिस के नाम से जाना जाता है।..