गर्भनिरोधक गोलियों के गलत इस्तेमाल
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गर्भनिरोधक गोलियां
अनचाहे गर्भ से बचने के लिए गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल बहुत अच्छा उपाय है। लेकिन यदि इसके बारे में सही जानकारी न हो तो इसका साइड-इफेक्ट भी पड़ता है। गर्भनिरोधक गोलियों का अधिक इस्तेमाल करने से मिसकैरेज की संभावना बढ़ जाती है। यह ब्रेस्ट और गर्भाशय कैंसर का भी कारण बन सकता है। आगे के स्लाइडशो में गर्भनिरोधक गोलियों के गलत इस्तेमाल के बारे में जानिए।
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चिकित्सक की सलाह
कुछ महिलाओं को लगता है कि गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल बिना चिकित्सक की सलाह के लिए जा सकता है। लेकिन यदि इन दवाओं का इस्तेमाल बिना चिकित्सक की सलाह के लिया जाये तो हार्मोन में असंतुलन हो सकता है और मासिक धर्म प्रभावित हो जाता है। गर्भनिरोधक एवं गर्भपात के लिए डॉक्टर द्वारा लिखी जाने वाली दवाइयां अलग होती है। गर्भनिरोध के लिए डॉक्टर ओसी पिल्स लिखते हैं, जबकि महिलाएं जानकारी के अभाव में एमटी पिल्स का प्रयोग कर लेती है, जिसका साइडइफेक्ट बहुत ज्यादा है।
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यौन संचारित रोग और गर्भनिरोधक गोलियां
कंट्रासेप्टिव पिल्स का सेवन करने वाली महिलाओं में यह भ्रम होता है कि इन गोलियों के सेवन से यौन संचारित रोग और एड्स का खतरा कम हो जाता है। जबकि इन गोलियों का यौन संचारित बीमारियों से कोई संबंध नहीं होता है। इस गलतफहमी के कारण महिलायें असुरक्षित यौन संबंध भी बना लेती हैं, जो बाद में यौन रोग को फैलाता है।
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कंडोम और गर्भनिरोधक गोलियां
कंडोम का प्रयोग करने के बाद भी गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल कुछ महिलायें करती हैं, जो कि बिलकुल गलत है। लेकिन यदि यौन संबंध बनाते वक्त कंडोम फट जाये या बाहर आ जाये तो गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल करना चाहिए। लेकिन यदि आपने सेक्स संबंध बनाने से पहले सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा है तो तब इन गोलियों का सेवन न करें।
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ब्रेक कर सकते हैं
गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल 21 दिन तक लगातार करना चाहिए, इसके बाद 7 दिन के लिए इसे रोक दिया जाता है, जिस दौरान मासिक धर्म का स्राव होता है। यदि महिला गोली का सेवन एक या उससे अधिक बार करना भूल जाती है तब गर्भ ठहर सकता है। इसलिए गर्भनिरोधक गोली के सेवन के बीच में अंतराल करने से बचे।
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यह गोलियां पूरी तरह सुरक्षित हैं
अनचाहे गर्भ से बचने के लिए महिलाएं गर्भनिरोधक गोलियों का सहारा लेती हैं। उनको लगता है कि यह गोलिया पूरी तरह से सुरक्षित होती हैं और इसके कारण कोई खतरनाक बीमारी नहीं हो सकती है। आस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी के एक शोध के अनुसार ये गोलियां स्तन और गर्भाशय के कैंसर का खतरा बढ़ाती हैं।
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कोई साइड-इफेक्ट नहीं
यह पूरी तरह से एक भ्रम है कि इन गोलियों का कोई भी साइड इफेक्ट नहीं होता है। गर्भनिरोधक गोलियों का अधिक सेवन करने से कई प्रकार की समसया हो सकती है। तेज सरदर्द होना, चक्कर आना, पैरों में दर्द होना, त्वचा या आंखों का रंग पीला पड़ जाना, आदि समस्या हो सकती हैं।
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ये गोलियां हमेशा प्रभावी हैं
कुछ महिलाओं को लगता है कि यदि उन्होंने इन गोलियों का सेवन कर लिया तो उसका प्रभाव निश्चित होगा, जबकि कुछ बीमारियों में ये दवायें बिलकुल भी काम नहीं करती हैं। गर्भनिरोधक गोलियां खाने के दो या तीन घंटे के अंदर उल्टी हो जाती है तो हो सकता है कि ये आपके शरीर में ठीक से नहीं मिल पाई हैं। ऐसे में आपको दुबारा गोली खानी चाहिए।
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अन्य दवाओं के साथ भी खा सकते हैं
यदि आपको अन्य बीमारियां हुई हैं तो ऐसे में गर्भनिरोधक गोलियों का प्रभाव कम हो जाता है। इन दवाओं में यीस्ट संक्रमण, एचआईवी, मिर्गी की दवाएं और जड़ी-बूटी वाली दवा आदि हैं। इन दवाओं के साथ गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन न करें।