इरेक्टाइल डिसफंक्शन दूर करने के लिए व्यायाम
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इरेक्टाइल डिसफंक्शन
आधुनिक समय में जीवनशैली और आहार में आये बदलाव और भोजन में ओमेगा-3 फैटी एसिड की भारी कमी आने के कारण पुरुषों में इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या बहुत बढ़ गई है। यौन उत्तेजना होने पर शिश्न में फैलाव और की कमी को स्तंभनदोष या इरेक्टाइल डिसफंक्शन कहते हैं। इसका मुख्य कारण डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, दवाइयां (ब्लडप्रेशर, डिप्रेशन आदि में दी जाने वाली) इत्यादि भी है। image courtesy : getty images
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इरेक्टाइल डिसफंक्शन के लिए उपाय
इरेक्टाइल डिसफंक्शन का इलाज सिल्डेनाफिल (वियाग्रा) जैसी दवाओं के साथ करना ही एकमात्र विकल्प नहीं है। पश्चिम, ब्रिटेन के विश्वविद्यालय में हुए एक अध्ययन के अनुसार, पेल्विक एरिया की एक्सरसाइज करने से लगभग 40 प्रतिशत पुरुषों में इरेक्टाइल की समस्या नार्मल हो गई और 33.5 प्रतिशत लोगों में समस्या का सुधार हुआ। image courtesy : getty images
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किस तरह का व्यायाम?
पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज पेल्विक फ्लोर मांसपेशियों की शक्ति में सुधार और अधिक सामान्यतः "किगल" एक्सरसाइज के रूप में जाना जाता है। बच्चे के जन्म के बाद महिलाएं की मांसपेशियों को टोन करने के लिए यह एक्सरसाइज करती है। कीगल एक्सरसाइज मूत्र संयम और यौन स्वास्थ्य को बढ़ावा देती है। यह एक्सरसाइज पुरुषों के लिए भी फायदेमंद होती है। विशेष रूप से, बुलबोकावरनोसस की मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करती हैं। यह महत्वपूर्ण मांसपेशी के तीन काम होते हैं, स्खलन के दौरान पंप करना, इरेक्शन के दौरान लिंग को रक्त से भर देना, और यूरीन के बाद मूत्रमार्ग को खाली करने में मदद करना। image courtesy : getty images
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बेसिक किगल एक्सरसाइज
पेल्विक फ्लोर (कम श्रोणि) की मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए एक्सरसाइज करने का सबसे अच्छा तरीका है, यूरीन बीच में अपनी धारा को कई बार रोकने का प्रयास करना। आप जिस मांसपेशियों को पकड़ते हैं, उसमें व्यायाम करने की जरूरत होती हैं। इसे एक्सरसाइज को करने के लिए इन मांसपेशियों को 5 सेकंड तक पकड़ कर फिर आराम से छोड़ना है। इसे 10 से 20 बार, दो या तीन बार एक दिन दोहराये। आप इस एक्सरसाइज को बैठकर, खड़े होकर या घुटनों के बल लेटकर कर सकते हैं। image courtesy : getty images
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ध्यान रखें यह बातें
पहली बार प्रयास करने पर आप कीगल एक्सरसाइज की पूरी श्रृंखला को 10 बार में खत्म करने में सक्षम नहीं हो सकते हैं। इसलिए आप कीगल एक्सरसाइज को पहली बार एक दिन में 10 से 20 बार तीन बार में करें। इसे करते समय अपनी सांस को रोकें नहीं और न ही अपने पेट, कूल्हों, या जांघ की मांसपेशियों को धक्का दें। इसके अलावा इस बात को भी ध्यान रखें कि पांच बार करने के बाद आपको रिलेक्स करना है। image courtesy : getty images
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अतिरिक्त लाभ
कीगल के बारे में सोचने का एक और तरीका यह भी है कि आप गुदा की मांसपेशियों को दबा रहे हैं जैसे आप मल त्याग को रोकते हैं। इसे करने के लिए सांस लेते हुए 5 से 10 सेकंड के लिए रुकें फिर सभी मांसपेशियों को आराम दें। पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज स्तंभन दोष को राहत देने में मदद करने के साथ मूत्र या मल असंयम को कम करने, यूरीन के बाद रिसाव को रोकने और समग्र यौन अनुभव में सुधार करती है। image courtesy : getty images
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एरोबिक व्यायाम
पेल्विक एरिया के अलावा मांसपेशियों की एक्सरसाइज से भी इरेक्टाइल डिसफंक्शन से निपटने में मदद मिलती हैं। इटली और इथियोपिया में अध्ययन के अनुसार, एरोबिक एक्सरसाइज से भी इरेक्टाइल डिसफंक्शन में सुधार हो सकता है। image courtesy : getty images
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एरोबिक व्यायाम के लाभ
इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या अक्सर लिंग में रक्त प्रवाह की समस्याओं के कारण होता है। मोटापा, मधुमेह, उच्च कोलेस्ट्रॉल, और नाड़ी संबंधी रक्त प्रवाह को प्रभावित कर इरेक्टाइल डिसफंक्शन का कारण बनते हैं। अपनी दिनचर्या में एरोबिक एक्सरसाइज को शामिल कर आप समग्र स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं और इससे स्तंभन दोष में भी सुधार हो सकता है। यहां तक कि एक दिन में 30 मिनट या तीन से चार बार एक सप्ताह में ब्रिस्क वाकिंग करना आपके हृदय रोगों के साथ इरेक्टाइल डिसफंक्शन के लिए भी अच्छा होता है। image courtesy : getty images
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गलत विज्ञापन
बहुत सारी वेबसाइट है, जो आपको इरेक्टाइल डिसफंक्शन से बचने के लिए व्यायाम तकनीक और हर्बल पूरक के चमत्कार के बारे में बताती है। इन सब के झांसे में न आये। वैसे तो इरेक्टाइल डिसफंक्शन तनावपूर्ण होता है और इसके बारे में बात करना आपके लिए थोड़ा मुश्किल हो सकता है, लेकिन इससे निपटने के लिए सुरक्षित और सिद्ध तरीके हैं। कीगल एक्सरसाइज यौन और मूत्र समारोह और मांसपेशियों की शक्ति में सुधार के लिए एक सरल, प्रभावी उपकरण हैं। image courtesy : getty images
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अन्य विकल्प
पेल्विक फ्लोर और एरोबिक एक्सरसाइज इरेक्टाइल डिसफंक्शन से बचने के लिए बहुत अच्छे उपाय है। इसलिए आप वियाग्रा और इरेक्टाइल डिसफंक्शन के लिए ली गई अन्य दवाओं के साइड इफेक्ट के बिना ही इसमें सुधार करना चाहिए। मेयो क्लिनिक के अनुसार, वियाग्रा जैसी दवाएं इस स्वास्थ्य के मुद्दों से निपटने में तो आपकी मदद करते है लेकिन यह दिल के दौरे और स्ट्रोक के जोखिम में डाल सकते है। image courtesy : getty images
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इरेक्टाइल डिसफंक्शन से आपका जीवन बर्बाद नहीं होता
इरेक्टाइल डिसफंक्शन से निपटने के लिए एक छोटी सी नीली गोली द्वारा ही इलाज नहीं होता है। इरेक्टाइल डिसफंक्शन से बचने और यौन जीवन को वापस प्राप्त करना के कई तरीके उपलब्ध हैं। सरल पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज इसके लिए सही शुरूआत है। इरेक्टाइल डिसफंक्शन मूल कारण से निपटने के लिए अपने यौन स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए एक अधिक प्रभावी तरीका है। image courtesy : getty images