अगर किसी वजह से महिला का गर्भपात हो जाए तो यह उसके लिए अपूरणीय क्षति होता है। आप बड़ी बेसब्री से अपनी घर में किलकारियां गूंजने का इंतजार कर रही हों, और ऐसे में इस प्रकार का हादसा आपको भीतर से तोड़कर रख देता है।
गर्भपात किसी महिला को भावनात्मक और मानसिक रूप से बुरी तरह प्रभावित करता है। इसके साथ ही आपको भारी शारीरिक खतरों का भी सामना करना पड़ सकता है। इसमें महिला को थकान और रक्त स्राव जैसी दिक्कतों से दो चार होना पड़ता है। अगर महिला गर्भपात के बाद सही आहार ले, तो यह उसकी रिकवरी के लिए अच्छा होता है।
इसे भी पढ़ें : गर्भपात से जुड़े सात मिथ
आपको इन बातों का ध्यान रखना चाहिए कि आखिर किस प्रकार का खानपान आपके लिए अच्छा रहेगा और किस प्रकार के भोजन से आपको दूरी बनाकर रखनी चाहिए। गर्भपात के बाद आपको अपने शरीर की विशेष देखभाल करने की जरूरत होती है, क्योंकि आपका शरीर इतनी बड़ी क्षति से उबर रहा होता है। इसलिए इस दौरान आपको इन आहारों से दूर रहना चाहिए।
गर्भपात के बाद महिला को सेहतमंद और पौष्टिक आहार खाना चाहिए। ऐसा आहार जल्द उबरने के लिए बहुत जरूरी होता है। लेकिन, आप इन बातों का ध्यान अगर नहीं रखती हैं, तो आपको कई अन्य चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। बेहतर रहेगा कि आप प्रसूति एंव स्त्री रोग विशेषज्ञ से इस बात की सलाह लें कि आखिर इतने बड़े नुकसान के बाद आपको किस प्रकार का आहार खाना चाहिए और कौन से भोजन से दूर रहना चाहिए।
जब आप इस दौर से गुजर रही हों, तो आपके लिए तन-मन से स्वस्थ रहना बहुत जरूरी है ताकि अगली बार जब आप गर्भधारण के बारे में विचार करें, तो आपको किसी प्रकार की मुश्किल न आए। जरूरी है कि गर्भपात के बाद आप अपनी सेहत का विशेष खयाल रखें। यहां हम आपको कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में बता रहे हैं, गर्भपात के बाद जिनके सेवन से बचना चाहिए।
गर्भपात के बाद आपको जंक फूड से दूर ही रहना चाहिए। आपको इस दौरान प्रोटीन और विटामिन युक्त आहार लेना चाहिए। बेहतर रहेगा कि आप जंक फूड और तैलीय भोजन से दूर ही रहें।
इसे भी पढ़ें : गर्भपात के बाद गर्भवती
हालांकि, सोय को पौष्टिक आहार माना जाता है क्योंकि इसमें काफी मात्रा में विटामिन और मिनरल होते हैं, लेकिन गर्भपात के बाद इसे अपने आहार में नहीं शामिल करना चाहिए। एक महिला जो गर्भपात के दौर से गुजर रही हो, को अपने आहार में आयरन युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए। गर्भपात के दौरान महिला के शरीर से काफी रक्त स्राव होता है। आयरन रक्त के कई घटकों का निर्माण करता है। इसलिए गर्भपात के दौरान आयरन आपकी थाली का अहम हिस्सा होना चाहिए।
गर्भपात के बाद जल्द रिकवरी के लिए जरूरी है कि आपका आहार भी सही हो। पित्जा और बर्गर जैसे फास्ट फूड को आमतौर पर डिप्रेशन फूड के नाम से जाता है। फास्ट फूड का सेवन आपको अवसादग्रस्त बना सकता है, जो आपकी सेहत के लिए अच्छा नहीं है। तो अवसाद और तनाव से दूर रहने के लिए आपको फास्ट फूड से दूरी बनाकर रखनी चाहिए।
इस दौरान आपको प्रोसेस्ड फूड से दूर रहना चाहिए। इस प्रकार के खाद्य पदार्थों में अप्राकृतिक संरक्षक (प्रिजरवेटिव) होते हैं। ये संरक्षक भोजन को लंबे समय तक ताजा रखने में मदद करते हैं। लेकिन, सेहत के लिहाज से इनका सेवन ठीक नहीं। विशेषकर गर्भपात के बाद इस प्रकार का भोजन आपकी सेहत के लिए काफी नुकसानदेह हो सकता है। इससे फूड पायजनिंग जैसी कई स्वास्थ्य समस्यायें हो सकती हैं।
कॉफी में कैफीन की मात्रा काफी अधिक होती है, जो गर्भधारण, गर्भावस्था और यहां तक कि प्रसव के बाद भी आपकी सेहत को क्षति पहुंचा सकती है। गर्भपात के बाद भी आपको कॉफी का सेवन नहीं करना चाहिए। कैफीन यूट्रस के लिए अच्छा नहीं होता।
गर्भपात के दौरान होने वाली मानसिक और शारीरिक क्षति से उबरने के लिए महिला को अपने आहार पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। इन आहारों से दूर रहकर उसे इस क्षति से उबरने में काफी मदद मिल सकती है।
Image Source : shutterstock.com
Read More Articles on Miscarriage in Hindi
इस जानकारी की सटिकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है । इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमाईहैल्थ की नहीं है । डिस्क्लेमर:ओन्लीमाईहैल्थ पर उपलब्ध सभी साम्रगी केवल पाठकों की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दी गई है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको रोचक और ज्ञानवर्धक जानकारी मुहैया कराना मात्र है। आपका चिकित्सक आपकी सेहत के बारे में बेहतर जानता है और उसकी सलाह का कोई विकल्प नहीं है।