अगर आपको बता दिया गया है की आपको मुँह का कैंसर है तो फिर आप अपने इलाज के दौरान (रसायन चिकित्सा या रेडियोथेरेपी) अपने दांतों का पूरी तरह चेक अप करवाते रहें। आपका डेंटिस्ट आपके दांतों की जांच करके, उसका अवलोकन करके, आपको सलाह देगा कि आपको उसकी देखभाल कैसे करनी है।
कुछ ऐसे कदम जो आपके मौखिक स्वास्थ्य को बनाये रखने में मददगार साबित हो सकते हैं
मौखिक कैंसर के कई मरीजों को सर्जरी की आवश्यकता पड़ती है जिसके बाद रसायन चिकित्सा और विकिरण से उपचार जारी रखा जाता है। अपने डेंटिस्ट को अपने इलाज के बारे में सूचित करके रखें। बेहतर होगा आप ऐसे डेंटिस्ट से अपना इलाज करवाएं जिसे मौखिक कैंसर के इलाज और इसमें होने वाले थेरपी के बारे में जानकारी हो।
विकिरण चिकित्सा से सिर और गर्दन के भाग में कई समस्याएं पैदा हो जाती हैं।
आपके मुँह में जलन हो सकती है या मुँह शुष्क हो सकता है या कुछ भी खाद्य पदार्थ चबाने या खाने में तथा निगलने में तकलीफ हो सकती है अथवा आपके मुँह का स्वाद बदल सकता है।
इससे दांतों में छेद होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए जब आपका विकिरण चिकित्सा चल रहा हो तो यह बहुत हीं जरूरी हो जाता है कि आप अपने दांतों, मसूड़ों, गले इत्यादि की साफ सफाई का पूरा ख्याल रखें।
आपको विकिरण चिकत्सा के दौरान और बाद में क्या तकलीफें हो सकती हैं इस सम्बन्ध में आपको अपने डेंटिस्ट एवं ओंकोलोजिस्ट (कैंसर विशेषज्ञ ) से परामर्श लेनी चाहिए। अपने डेंटिस्ट से पूछें कि कैंसर के इलाज के दौरान आपको क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए या क्या करने से कैंसर के इलाज से होने वाले साईड इफ्फेक्ट से बचा जा सकता है या उसे कम किया जा सकता है।
मौखिक कैंसर के कई मरीजों को सर्जरी की आवश्यकता पड़ती है जिसके बाद रसायन चिकित्सा और विकिरण से उपचार जारी रखा जाता है। अपने डेंटिस्ट को अपने इलाज के बारे में सूचित करके रखें। बेहतर होगा आप ऐसे डेंटिस्ट से अपना इलाज करवाएं जिसे मौखिक कैंसर के इलाज और इसमें होने वाले थेरपी के बारे में जानकारी हो।
कीमोथेरेपी से आपको कई तकलीफें हो सकती है जैसे
अपने डेंटिस्ट से जाने कि कीमोथेरपी उपचार के पहले या उसके बाद उससे होने वाले कुप्रभाव से बचने के लिए आपको क्या क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
कई मरीज, जिनके कैंसर का उपचार चल रहा होता है, वे इस बात से अनजान रहते हैं कि कैंसर के इलाज का उनके दांतों, मसूड़ों, लार ग्रन्थियों पर क्या कुप्रभाव पड़ेगा। ऐसे में जब इलाज के साईड इफ्फेक्ट के चलते उनके मुँह में असह्य पीड़ा होगी तो वे एकाएक कैंसर का उपचार बंद कर सकते हैं। आपका डेंटिस्ट आपके दांतों की समीक्षा करके कैंसर के इलाज से होने वाले साईड़ इफ्फेक्ट से आगाह कर सकता है।
रेडियोथेरेपी और रसायन चिकित्सा द्वारा कैंसर के उपचार से कई मौखिक समस्याएं पैदा होती हैं जैसे
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